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अमेरिकी भारतीय ने बाइडेन सरकार पर लगाए गंभीर आरोप, कहा- लोगों में जवाबदेही की भारी कमी

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By PTI

Published : Nov 24, 2023, 8:07 AM IST

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल के दौरान अमेरिकी रक्षा सचिव के चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में काम कर चुके काश पटेल ने अपनी नई किताब में अमेरिकी नौकरशाही पर गंभीर आरोप लगाये हैं. Ex Trump admin official Kash Patel, lack of accountability within US government

Ex Trump admin official Kash Patel
काश पटेल

वाशिंगटन : एक भारतीय-अमेरिकी वकील और ट्रंप प्रशासन के एक पूर्व अधिकारी ने अमेरिकी सरकार के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाये हैं. उन्होंने कहा कि अमेरिकी सरकार के भीतर महत्वपूर्ण पद पर काम कर रहे लोगों में जवाबदेही की भारी कमी है जो पद पर हैं. उन्होंने कानून तोड़े हैं. काश पटेल ने अपनी नई किताब में अमेरिकी नौकरशाही की अत्यधिक आलोचना की है. उनकी नई किताब का नाम गवर्नमेंट गैंगस्टर है.

उन्होंने अमेरिकी नौकरशाही पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उसमें कानून तोड़ने वाले और एक वर्ग के लोगों की अत्यधिक घुसपैठ हो चुकी है. उन्होंने इस पुस्तक को लिखने के पीछे के उद्देश्य के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा कि वह अमेरिका की नौकरशाही में आयी कमी को उजागर करना चाहते थे. उन्होंने कहा कि डेमोक्रेट और रिपब्लिकन दोनों प्रशासनों में 16 वर्षों तक सरकार में रहने के बाद मैं यह समझ गया था कि सरकार के भीतर काम कर रहे लोगों में जवाबदेही की गंभीर कमी थी.

पटेल राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल के दौरान अमेरिकी रक्षा सचिव के चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में काम कर चुके है. उन्होंने कहा कि सरकारी पदों पर ऐसे लोग हैं जिन्होंने कानून तोड़ा है. उन्होंने कहा कि इस किताब में मैंने ने अपने उन सभी अनुभवों को लिखा है जिनसे अपने कार्यकाल के दौरान मैं गुजरा है. उन्होंने कहा कि यह स्थिति वाकई गंभीर है.

नून्स मेमो में आरोप लगाया गया है कि संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) ने अक्टूबर 2016 में विदेशी खुफिया निगरानी अधिनियम (एफआईएसए) वारंट प्राप्त करने के लिए राजनीति से प्रेरित या संदिग्ध स्रोतों पर भरोसा किया और ट्ंप सलाहकार कार्टर पेज पर शुरुआती तीन मामले दर्ज किये गये.

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उन्होंने अमेरिकी नौकरशाही पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उसमें कानून तोड़ने वाले और एक वर्ग के लोगों की अत्यधिक घुसपैठ हो चुकी है. उन्होंने इस पुस्तक को लिखने के पीछे के उद्देश्य के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा कि वह अमेरिका की नौकरशाही में आयी कमी को उजागर करना चाहते थे. उन्होंने कहा कि डेमोक्रेट और रिपब्लिकन दोनों प्रशासनों में 16 वर्षों तक सरकार में रहने के बाद मैं यह समझ गया था कि सरकार के भीतर काम कर रहे लोगों में जवाबदेही की गंभीर कमी थी.

पटेल राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल के दौरान अमेरिकी रक्षा सचिव के चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में काम कर चुके है. उन्होंने कहा कि सरकारी पदों पर ऐसे लोग हैं जिन्होंने कानून तोड़ा है. उन्होंने कहा कि इस किताब में मैंने ने अपने उन सभी अनुभवों को लिखा है जिनसे अपने कार्यकाल के दौरान मैं गुजरा है. उन्होंने कहा कि यह स्थिति वाकई गंभीर है.

नून्स मेमो में आरोप लगाया गया है कि संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) ने अक्टूबर 2016 में विदेशी खुफिया निगरानी अधिनियम (एफआईएसए) वारंट प्राप्त करने के लिए राजनीति से प्रेरित या संदिग्ध स्रोतों पर भरोसा किया और ट्ंप सलाहकार कार्टर पेज पर शुरुआती तीन मामले दर्ज किये गये.

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