कीव: ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि मारियुपोल के इस्पात संयंत्र में छिपे यूक्रेन के लड़ाकों के बड़ी संख्या में आत्मसमर्पण करने से रूसी कमांडरों पर भी दबाव बढ़ेगा कि सैनिकों को सामरिक रूप से महत्वपूर्ण दक्षिण बंदरगाह शहर से कहीं ओर तैनात किया जाए ताकि पूर्वी यूक्रेन में मॉस्को के अभियान को मजबूती मिले. रूसी प्राधिकारियों ने बताया कि सोमवार से लेकर अब तक मारियुपोल में अजोवस्ताल इस्पात संयंत्र के 1,700 से अधिक लड़ाकों ने आत्मसमर्पण कर दिया है. यूक्रेन के प्रतिरोध का प्रतीक बने इस संयंत्र में अब भी कुछ लड़ाके मौजूद हैं लेकिन उनकी संख्या मालूम नहीं है.
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ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने एक दैनिक खुफिया रिपोर्ट में कहा कि अगर संयंत्र पर कब्जा हो जाता है तो रूस शहर के सैनिकों का इस्तेमाल पूर्वी औद्योगिक क्षेत्र डोनबास में कहीं और अभियान को मजबूत करने में करेगा लेकिन कठोर प्रतिरोध की अवधि इस कवायद को लंबा खींच देगी. मंत्रालय ने ट्वीट किया कि युद्ध की शुरुआत से ही मारियुपोल में यूक्रेन के कड़े प्रतिरोध का मतलब है कि इलाके में मौजूद रूसी सैनिकों को प्रभावी रूप से कहीं और तैनात करने से पहले उन्हें फिर से हथियारों से लैस करना होगा.
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उसने कहा कि बहरहाल, रूसी कमांडर संचालनात्मक उद्देश्यों को हासिल करने के लिए दबाव में हैं. इसका मतलब है कि रूस बिना उचित तैयारी के तेजी से अपने सैनिकों को संभवत: फिर से तैनात करेगा, जिससे जोखिम और बढ़ेगा. अजोव रेजीमेंट के उप कमांडर ने गुरुवार को एक संक्षिप्त वीडियो संदेश में कहा कि वह और अन्य लड़ाके अब भी संयंत्र के अंदर हैं. स्वीयातोस्लाव पलामार ने कहा कि अभियान चल रहा है, जिसकी जानकारियां मैं बाद में दूंगा.