कीव: रूस की सेना ने शुक्रवार को चेर्नोबिल नाभिकीय ऊर्जा संयंत्र स्थल का नियंत्रण वापस यूक्रेन को सौंप दिया(Russian military hands back control of Chernobyl) और विकिरण(रेडिएशन) से दूषित इस स्थान को छोड़ दिया. यूक्रेन के अधिकारियों ने यह जानकारी दी. यूक्रेन की सरकारी ऊर्जा कंपनी, एनर्जोएटम ने बताया कि बंद पड़े संयंत्र से सैनिकों को रेडिएशन का दंश झेलना पड़ रहा था, जिसके बाद उन्होंने चेर्नोबिल संयंत्र को छोड़ दिया. बता दें कि रूस ने एक महीने से ज्यादा समय पहले चेर्नोबिल को अपने कब्जे में ले लिया था. हालांकि कीव के बाहरी इलाकों सहित अन्य मोर्चों पर जंग जारी है.
हालांकि, स्वतंत्र रूप से इसकी पुष्टि नहीं की जा सकती. रूस के सैनिक चेर्नोबिल से ऐसे वक्त में पीछे हटे हैं, जब ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि क्रेमलिन यूक्रेन में पीछे हटने के लिए बातचीत करने की आड़ में, अपनी सेना को फिर से तैयार कर देश के पूर्वी हिस्से में पुनः तैनात करने की कोशिश कर रहा है. वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि देश के उत्तर और मध्य भाग से रूस की सेना की वापसी महज एक दिखावा है और उसकी दक्षिण पूर्व में बड़े हमले की तैयारी है. इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने कहा है कि उन्हें यूक्रेन की ओर से सूचना मिली है कि रूस की सेना ने चेर्नोबिल का नियंत्रण लिखित रूप में यूक्रेन को सौंप दिया है.
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उधर, यूक्रेन की एक सरकारी एजेंसी ने कहा कि शुक्रवार को रूस की सेना की अंतिम टुकड़ी परमाणु संयंत्र क्षेत्र से चली गई. एनर्जोएटम ने सैनिकों की हालत का कोई विस्तृत ब्यौरा नहीं दिया और केवल इतना कहा कि उन्हें रेडियोधर्मी विकिरण का दंश झेलना पड़ रहा था. और तो और, यह भी नहीं बताया गया कि कितने सैनिक रेडिएशन से प्रभावित हुए. क्रेमलिन ने भी इस विषय पर कोई बयान नहीं दिया. इसके अलावा इंटरनैशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी (आईएईए) ने कहा कि वह इसकी पुष्टि नहीं कर सकता कि रूस के सैनिक रेडिएशन से प्रभावित हुए. गौरतलब है कि रूस की सेना ने हमले के आरंभिक चरण में 24 फरवरी को चेर्नोबिल पर कब्जा कर लिया था.
(पीटीआई-भाषा)