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ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बने भारतीय मूल के ऋषि सुनक, PM मोदी ने दी बधाई

भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री (Rishi Sunak new UK Prime Minister) होंगे. पूर्व वित्त मंत्री सुनक को आधिकारिक रूप से कंजर्वेटिव पार्टी का नेता चुन लिया गया है. 42 वर्षीय सुनक 28 अक्टूबर को ब्रिटेन के पीएम पद की शपथ लेंगे.

Rishi Sunak new uk pm
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Published : Oct 24, 2022, 6:33 PM IST

Updated : Oct 24, 2022, 10:59 PM IST

लंदन: भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री (Rishi Sunak new UK Prime Minister) होंगे. पीएम की रेस में शामिल पेनी मोरडॉन्ट (Penny Mordaunt) के पीछे हटने के बाद 42 वर्षीय सुनक को कंजर्वेटिव पार्टी का नेता चुने जाने की घोषणा की गई. सुनक 28 अक्टूबर को पीएम पद की शपथ लेंगे. वह निवर्तमान प्रधानमंत्री लिज ट्रस की जगह लेंगे. राजनीतिक गतिरोध के कारण लिज ट्रस ने 20 अक्टूबर को केवल 45 दिनों में ही प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. वह अपनी आर्थिक नीतियों के कारण पार्टी के निशाने पर आ गईं थीं. उनकी पार्टी के सदस्यों ने उनका साथ छोड़ दिया था.

कंजर्वेटिव पार्टी के मुख्यालय पर जोरदार स्वागत: ब्रिटेन का प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद ऋषि सुनक लंदन स्थित कंजर्वेटिव पार्टी के मुख्यालय पहुंचे. जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत हुआ. इस अवसर पर ऋषि सुनक ने अपने संबोधन में पार्टी के सांसदों का आभार जताया. उन्होंने कहा कि वह अपने साथी सांसदों के समर्थन को लेकर और नेता चुने जाने पर विनम्रता और सम्मान का भाव महसूस कर रहे हैं. ऋषि सुनक ने कहा कि वह ब्रिटेन के लोगों के लिए दिन-रात काम करेंगे. साथ ही ईमानदारी और विनम्रता से सेवा करने का संकल्प व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता देश को एकसाथ लाना तथा स्थिरता और एकता कायम करना है. हमारे सामने काफी चुनौतियां हैं और मैं नम्रता और सत्यनिष्ठा से सेवा करने का संकल्प लेता हूं.

स्थिरता और एकता को प्राथमिकता देने का वादा
ऋषि सुनक ने स्थिरता और एकता को प्राथमिकता देने का वादा किया. टोरी पार्टी में नेतृत्व पद की दौड़ के नतीजे घोषित होने के बाद सुनक ने कहा कि उनकी प्राथमिकता देश को एकजुट करने की होगी. उन्होंने कहा कि इस देश ने उन्हें काफी कुछ दिया है और उसे चुकाने के लिए अपने जीवन का सबसे बड़ा सौभाग्य पाकर वह सम्मानित महसूस कर रहे हैं. उन्होंने कंजरवेटिव पार्टी मुख्यालय में कहा, मैं वादा करता हूं कि मैं सत्यनिष्ठा और विनम्रता के साथ आपकी सेवा करूंगा तथा ब्रिटेन के लोगों की निरंतर सेवा करूंगा.

सुनक ने कहा, ब्रिटेन एक महान देश है, लेकिन हम बड़े आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं. यही कारण है कि मैं कंजरवेटिव पार्टी का नेता और आप का अगला प्रधानमंत्री बनने के लिए खड़ा हूं. उन्होंने सरकार के हर स्तर पर ईमानदारी, पेशेवर रुख और जिम्मेदारी दिखाने का वादा किया और कहा कि वह काम को पूरा करने के लिए दिन-रात काम करेंगे.' उन्होंने कहा, हमें अब स्थिरता और एकता की जरूरत है तथा मैं अपनी पार्टी तथा देश को एकजुट रखने को सर्वोच्च प्राथमिकता दूंगा, क्योंकि यही एक मात्र रास्ता है, जिसके जरिये हम चुनौतियों से निपट सकते हैं तथा अपने बच्चों और पोते-पोतियों के लिए एक बेहतर और अधिक समृद्ध भविष्य बना सकते हैं.

सुनक को आधे से अधिक सांसदों का समर्थन मिला
पूर्व वित्त मंत्री सुनक को कंजरवेटिव पार्टी के 357 में से आधे से अधिक सांसदों का समर्थन मिला, जबकि उन्हें जीत के लिए कम से कम 100 सांसदों के समर्थन की जरूरत थी. सांसदों की प्रभावशाली समिति 1922 के प्रमुख सर ग्राहम ब्रैडी ने नाम वापस लेने के आखिरी दिन स्थानीय समयानुसार अपराह्न दो बजे संसद परिसर में घोषणा की कि उन्हें केवल एक नामांकन मिला है, लिहाजा सुनक नेता बनने की दौड़ में विजयी रहे हैं. अब बकिंघम पैलेस में महाराजा चार्ल्स तृतीय से मुलाकात के बाद सुनक प्रधानमंत्री बनेंगे. आगे के कार्यक्रम की घोषणा जल्द की जाएगी. वह आधुनिक इतिहास में सबसे कम उम्र के ब्रिटिश प्रधानमंत्री भी होंगे. वर्तमान रिकॉर्ड धारक डेविड कैमरन हैं, जो 42 साल की उम्र में प्रधानमंत्री बने थे.

लिज ट्रस के इस्तीफे के बाद से सुनक को ब्रिटिश प्रधानमंत्री पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा था. कंजर्वेटिव पार्टी का नेता बनने की दौड़ से पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के हटने के बाद पीएम पद को लेकर सुनक की दावेदारी और मजबूत हो गई थी.

  • Warmest congratulations @RishiSunak! As you become UK PM, I look forward to working closely together on global issues, and implementing Roadmap 2030. Special Diwali wishes to the 'living bridge' of UK Indians, as we transform our historic ties into a modern partnership.

    — Narendra Modi (@narendramodi) October 24, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पीएम मोदी ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय मूल के ऋषि सुनक को ब्रिटेन का नया प्रधानमंत्री चुने जाने पर बधाई दी और कहा कि वह वैश्विक मुद्दों पर साथ मिलकर काम करने तथा रोडमैप 2030 को लागू करने को लेकर उत्सुक हैं. मोदी ने ट्वीट किया, ऋषि सुनक को हार्दिक बधाई! चूंकि आप ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने वाले हैं, मैं वैश्विक मुद्दों पर एक साथ मिलकर काम करने और रोडमैप 2030 को लागू करने के लिए उत्सुक हूं. ब्रिटिश भारतीयों के 'जीवंत सेतु' को दिवाली की विशेष शुभकामनाएं. हमने ऐतिहासिक संबंधों को आधुनिक साझेदारी में बदला है.

कौन हैं ऋषि सुनक
ऋषि सुनक के माता पिता मूल रूप से पंजाब के रहने वाले थे, जो बाद में इंग्लैंड में जाकर बस गए. सुनक का जन्म ब्रिटेन के हैम्पशायर शहर में ही हुआ. इसके बाद ऋषि ने अमेरिका की स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी से एमबीए करने के साथ-साथ ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से राजनीति, दर्शन और अर्थशास्त्र की पढ़ाई की. ऋषि सुनक ने राजनीति में आने से पहले कई और जगहों पर अपने हाथ आजमाए थे. सुनक ने इसके पहले इन्वेस्टमेंट बैंक गोल्डमैन सैश और हेज फंड में काम करने के बाद इन्वेस्टमेंट फर्म की भी स्थापना की थीं. आपको बता दें कि ऋषि सुनक की मां एक फार्मासिस्ट और राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (NHS) में काम करती हैं. जबकि ऋषि सुनक के पिता ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट बताए जाते हैं.

नारायण मूर्ति के दामाद भी हैं ऋषि सुनक
इसेक साथ साथ ऋषि सुनक की पहचान चर्चित भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति के दामाद के रुप में भी है. 2009 में उनकी शादी नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता के साथ हुयी थी. ऋषि और अक्षता की दो बेटियां हैं, जिनके नाम कृष्णा और अनुष्का बताया जाता है.

राजनीतिक सफरनामा
ऋषि सुनक को कंजर्वेटिव पार्टी का उभरता हुआ ऐसा सितारा माना जाता है, जिसे आर्थिक मामलों की अच्छी जानकारी है. ऋषि सुनक 2015 में पहली बार सांसद चुने गए थे. इसके बाद 2018 में स्थानीय सरकार में बतौर मंत्री शामिल हो गए. 2019 में उन्हें ट्रेजरी का चीफ सेक्रेटरी बनाया गया था. इतना ही नहीं प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के चुनाव प्रचार कैम्पेन में भी उन्होंने अपनी बड़ी भूमिका निभाई थी.

लंदन: भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री (Rishi Sunak new UK Prime Minister) होंगे. पीएम की रेस में शामिल पेनी मोरडॉन्ट (Penny Mordaunt) के पीछे हटने के बाद 42 वर्षीय सुनक को कंजर्वेटिव पार्टी का नेता चुने जाने की घोषणा की गई. सुनक 28 अक्टूबर को पीएम पद की शपथ लेंगे. वह निवर्तमान प्रधानमंत्री लिज ट्रस की जगह लेंगे. राजनीतिक गतिरोध के कारण लिज ट्रस ने 20 अक्टूबर को केवल 45 दिनों में ही प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. वह अपनी आर्थिक नीतियों के कारण पार्टी के निशाने पर आ गईं थीं. उनकी पार्टी के सदस्यों ने उनका साथ छोड़ दिया था.

कंजर्वेटिव पार्टी के मुख्यालय पर जोरदार स्वागत: ब्रिटेन का प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद ऋषि सुनक लंदन स्थित कंजर्वेटिव पार्टी के मुख्यालय पहुंचे. जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत हुआ. इस अवसर पर ऋषि सुनक ने अपने संबोधन में पार्टी के सांसदों का आभार जताया. उन्होंने कहा कि वह अपने साथी सांसदों के समर्थन को लेकर और नेता चुने जाने पर विनम्रता और सम्मान का भाव महसूस कर रहे हैं. ऋषि सुनक ने कहा कि वह ब्रिटेन के लोगों के लिए दिन-रात काम करेंगे. साथ ही ईमानदारी और विनम्रता से सेवा करने का संकल्प व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता देश को एकसाथ लाना तथा स्थिरता और एकता कायम करना है. हमारे सामने काफी चुनौतियां हैं और मैं नम्रता और सत्यनिष्ठा से सेवा करने का संकल्प लेता हूं.

स्थिरता और एकता को प्राथमिकता देने का वादा
ऋषि सुनक ने स्थिरता और एकता को प्राथमिकता देने का वादा किया. टोरी पार्टी में नेतृत्व पद की दौड़ के नतीजे घोषित होने के बाद सुनक ने कहा कि उनकी प्राथमिकता देश को एकजुट करने की होगी. उन्होंने कहा कि इस देश ने उन्हें काफी कुछ दिया है और उसे चुकाने के लिए अपने जीवन का सबसे बड़ा सौभाग्य पाकर वह सम्मानित महसूस कर रहे हैं. उन्होंने कंजरवेटिव पार्टी मुख्यालय में कहा, मैं वादा करता हूं कि मैं सत्यनिष्ठा और विनम्रता के साथ आपकी सेवा करूंगा तथा ब्रिटेन के लोगों की निरंतर सेवा करूंगा.

सुनक ने कहा, ब्रिटेन एक महान देश है, लेकिन हम बड़े आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं. यही कारण है कि मैं कंजरवेटिव पार्टी का नेता और आप का अगला प्रधानमंत्री बनने के लिए खड़ा हूं. उन्होंने सरकार के हर स्तर पर ईमानदारी, पेशेवर रुख और जिम्मेदारी दिखाने का वादा किया और कहा कि वह काम को पूरा करने के लिए दिन-रात काम करेंगे.' उन्होंने कहा, हमें अब स्थिरता और एकता की जरूरत है तथा मैं अपनी पार्टी तथा देश को एकजुट रखने को सर्वोच्च प्राथमिकता दूंगा, क्योंकि यही एक मात्र रास्ता है, जिसके जरिये हम चुनौतियों से निपट सकते हैं तथा अपने बच्चों और पोते-पोतियों के लिए एक बेहतर और अधिक समृद्ध भविष्य बना सकते हैं.

सुनक को आधे से अधिक सांसदों का समर्थन मिला
पूर्व वित्त मंत्री सुनक को कंजरवेटिव पार्टी के 357 में से आधे से अधिक सांसदों का समर्थन मिला, जबकि उन्हें जीत के लिए कम से कम 100 सांसदों के समर्थन की जरूरत थी. सांसदों की प्रभावशाली समिति 1922 के प्रमुख सर ग्राहम ब्रैडी ने नाम वापस लेने के आखिरी दिन स्थानीय समयानुसार अपराह्न दो बजे संसद परिसर में घोषणा की कि उन्हें केवल एक नामांकन मिला है, लिहाजा सुनक नेता बनने की दौड़ में विजयी रहे हैं. अब बकिंघम पैलेस में महाराजा चार्ल्स तृतीय से मुलाकात के बाद सुनक प्रधानमंत्री बनेंगे. आगे के कार्यक्रम की घोषणा जल्द की जाएगी. वह आधुनिक इतिहास में सबसे कम उम्र के ब्रिटिश प्रधानमंत्री भी होंगे. वर्तमान रिकॉर्ड धारक डेविड कैमरन हैं, जो 42 साल की उम्र में प्रधानमंत्री बने थे.

लिज ट्रस के इस्तीफे के बाद से सुनक को ब्रिटिश प्रधानमंत्री पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा था. कंजर्वेटिव पार्टी का नेता बनने की दौड़ से पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के हटने के बाद पीएम पद को लेकर सुनक की दावेदारी और मजबूत हो गई थी.

  • Warmest congratulations @RishiSunak! As you become UK PM, I look forward to working closely together on global issues, and implementing Roadmap 2030. Special Diwali wishes to the 'living bridge' of UK Indians, as we transform our historic ties into a modern partnership.

    — Narendra Modi (@narendramodi) October 24, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पीएम मोदी ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय मूल के ऋषि सुनक को ब्रिटेन का नया प्रधानमंत्री चुने जाने पर बधाई दी और कहा कि वह वैश्विक मुद्दों पर साथ मिलकर काम करने तथा रोडमैप 2030 को लागू करने को लेकर उत्सुक हैं. मोदी ने ट्वीट किया, ऋषि सुनक को हार्दिक बधाई! चूंकि आप ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने वाले हैं, मैं वैश्विक मुद्दों पर एक साथ मिलकर काम करने और रोडमैप 2030 को लागू करने के लिए उत्सुक हूं. ब्रिटिश भारतीयों के 'जीवंत सेतु' को दिवाली की विशेष शुभकामनाएं. हमने ऐतिहासिक संबंधों को आधुनिक साझेदारी में बदला है.

कौन हैं ऋषि सुनक
ऋषि सुनक के माता पिता मूल रूप से पंजाब के रहने वाले थे, जो बाद में इंग्लैंड में जाकर बस गए. सुनक का जन्म ब्रिटेन के हैम्पशायर शहर में ही हुआ. इसके बाद ऋषि ने अमेरिका की स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी से एमबीए करने के साथ-साथ ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से राजनीति, दर्शन और अर्थशास्त्र की पढ़ाई की. ऋषि सुनक ने राजनीति में आने से पहले कई और जगहों पर अपने हाथ आजमाए थे. सुनक ने इसके पहले इन्वेस्टमेंट बैंक गोल्डमैन सैश और हेज फंड में काम करने के बाद इन्वेस्टमेंट फर्म की भी स्थापना की थीं. आपको बता दें कि ऋषि सुनक की मां एक फार्मासिस्ट और राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (NHS) में काम करती हैं. जबकि ऋषि सुनक के पिता ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट बताए जाते हैं.

नारायण मूर्ति के दामाद भी हैं ऋषि सुनक
इसेक साथ साथ ऋषि सुनक की पहचान चर्चित भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति के दामाद के रुप में भी है. 2009 में उनकी शादी नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता के साथ हुयी थी. ऋषि और अक्षता की दो बेटियां हैं, जिनके नाम कृष्णा और अनुष्का बताया जाता है.

राजनीतिक सफरनामा
ऋषि सुनक को कंजर्वेटिव पार्टी का उभरता हुआ ऐसा सितारा माना जाता है, जिसे आर्थिक मामलों की अच्छी जानकारी है. ऋषि सुनक 2015 में पहली बार सांसद चुने गए थे. इसके बाद 2018 में स्थानीय सरकार में बतौर मंत्री शामिल हो गए. 2019 में उन्हें ट्रेजरी का चीफ सेक्रेटरी बनाया गया था. इतना ही नहीं प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के चुनाव प्रचार कैम्पेन में भी उन्होंने अपनी बड़ी भूमिका निभाई थी.

Last Updated : Oct 24, 2022, 10:59 PM IST
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