वाशिंगटन : भारतीय मूल के अमेरिकी और रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार विवेक रामास्वामी ने कहा कि अगर वह अमेरिका के राष्ट्रपति चुने जाते है तो वह युक्रेन की सहायता का समर्थन नहीं करेंगे. उन्होंने इसे अमेरिका के लिए विनाशकारी बताया. रिपब्लिकन पार्टी की राष्ट्रपति पद की बहस में उन्होंने यह टिप्पणी की.उन्होंने कहा कि जो संसाधन कीव जा रहे हैं, उनको अमेरिका के लिए इस्तेमाल किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि हम किसी और की सीमा पर आक्रमण से रक्षा कर रहे है. हमें संयुक्त राज्य अमेरिका में अपनी दक्षिणी सीमा पर आक्रमण को रोकने के लिए उन्हीं सैन्य संसाधनों का उपयोग करना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमें किसी और की सीमा के बजाय अपनी सीमा को सुरक्षित करने की जरूरत है.
रामास्वामी पहले भी कई चर्चाओं में शामिल रहे हैं. उन्होंने इस साल की शुरुआत में एक अखबार के संपादकीय में लिखा था कि अमेरिका को पहले रखने के लिए हमें पता लगाने की जरूरत है कि अमेरिका क्या है. इसलिए में राष्ट्रपति पद के लिए दावेदारी पेश कर रहा हूं. मैं एक नया अमेरिकी सपना बनाने के लिए एक राजनीतिक अभियान बल्कि एक सांस्कृतिक अभियान शुरू कर रहा हूं. जो न केवल पैसे के बारे में बल्कि और ज्यादा बेहतर की खोज में है जो अभी तक प्राप्त नहीं हुआ.
37 वर्षीय रामास्वामी का जन्म 9 अगस्त 1985 को सिलसिनाटी ओहियो में हुआ था. इनके माता पिता केरल से अमेरिका चले गए थे. वह तीसरे भारतीय अमेरिकी होंगे जो डॉनाल्ड ट्रंप के सामने रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए दावेदारी पेश करेंगे. इससे पहले निकी हैली और हर्ष वर्धन भी ट्रंप के सामने चुनाव लड़ चुकें हैं. रामास्वामी एक उधमी हैं जो नेशन ऑफ विक्टिम आईडेंटिटी पॉलिटिक्स और डेथ ऑफ मेरिट नाम की दो किताबें भी लिख चुकें हैं.
(एएनआई)