बगदाद: ईरान समर्थित राजनीतिक दलों द्वारा प्रधानमंत्री पद के लिए उम्मीदवार का चयन किए जाने के विरोध में सैकड़ों इराकी प्रदर्शनकारी बुधवार को ईरान के खिलाफ नारेबाजी करते हुए इराकी संसद में घुस गए. इनमें कई प्रदर्शनकारी एक प्रभावशाली मौलवी के अनुयायी थे. कुछ को मेजों पर चढ़ते और इराकी झंडे लहराते देखा गया.
उस वक्त खाली थी संसद
इनमें से कई लोग एक प्रभावशाली मौलवी मुक्तदा अल-सदर के समर्थक हैं. बुधवार को जब प्रदर्शनकारियों ने राजधानी के उच्च सुरक्षा वाले ग्रीन जोन, सरकारी भवनों और राजनयिक मिशनों के घरों में घुसे तो संसद (Iraq Protest) में कोई भी सांसद मौजूद नहीं था.
क्यों हो रहा है विरोध?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उस वक्त संसद भवन के अंदर सिर्फ सुरक्षाकर्मी मौजूद थे और वे प्रदर्शनकारियों को आसानी से अंदर जाने दे रहे थे. प्रदर्शनकारी पूर्व मंत्री और पूर्व प्रांतीय गवर्नर मोहम्मद शिया अल-सुदानी की उम्मीदवारी का विरोध कर रहे हैं, जो प्रीमियर के लिए ईरान-समर्थक समन्वय ढांचे की पसंद हैं.
पीएम ने की अपील
इस बीच प्रधानमंत्री मुस्तफा अल-कदीमी (Mustafa al-Kadhimi) ने प्रदर्शनकारियों से ग्रीन जोन से तुरंत वापस जाने की अपील की. उन्होंने एक बयान में चेतावनी दी कि सुरक्षा बल राज्य संस्थानों और विदेशी मिशनों की सुरक्षा व्यवस्था को किसी भी तरह के नुकसान से रोकें.
बता दें कि मौलवी अल-सदर के गुट ने इराक के अक्टूबर 2021 के चुनाव में 73 सीटें जीतीं थीं, जिससे यह 329 सीटों वाली संसद में सबसे बड़ा गुट बन गया. लेकिन वोट के बाद से, नई सरकार बनाने के लिए बातचीत रुक गई है और अल-सदर राजनीतिक प्रक्रिया से हट गए हैं.
मौलवी की तस्वीरों को हाथ में लिए दिखे प्रदर्शनकारी
प्रदर्शनकारियों ने बुधवार को शिया नेता अल-सदर की तस्वीरें भी हाथ में ले रखी थीं. पुलिस ने पहले सीमेंट की दीवारों को गिराने वाले प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया था. लेकिन कई लोगों ने इलाके में गेट तोड़कर अफरातफरी का माहौल खड़ा कर दिया.
पीटीआई-भाषा