ETV Bharat / international

राष्ट्रपति शी जिनपिंग सीपीसी कांग्रेस के लिए प्रतिनिधि निर्वाचित

चीन में एक बार फिर से राष्ट्रपति शी जिनपिंग के तीसरे कार्यकाल को लेकर प्रयास किये जा रहे हैं. खबर में कहा गया है कि शी को सीपीसी केंद्रीय समिति ने 20वीं सीपीसी राष्ट्रीय कांग्रेस में प्रतिनिधि के लिए उम्मीदवार के रूप में नामित किया है.

President Xi elected representative to CPC Congress
राष्ट्रपति शी जिनपिंग सीपीसी कांग्रेस के लिए प्रतिनिधि निर्वाचित
author img

By

Published : Apr 23, 2022, 8:23 AM IST

बीजिंग: चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग के लिए एक दुर्लभ तीसरे कार्यकाल की राह बनानी शुरू कर दी है, क्योंकि वह अगले कुछ महीनों में होने वाली पार्टी कांग्रेस के लिए एक प्रतिनिधि के रूप में सर्वसम्मति से चुने गए हैं, और इसमें उनके पद पर बने रहने के लिये मुहर लगाए जाने की व्यापक रूप से उम्मीद है.

पार्टी कांग्रेस की बैठक पांच साल में एक बार होती है. सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की खबर के अनुसार, 68 वर्षीय शी को शुक्रवार को सर्वसम्मति से पार्टी के गुआंग्शी क्षेत्रीय कांग्रेस में कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) की 20वीं राष्ट्रीय कांग्रेस का प्रतिनिधि चुना गया. खबर में कहा गया है कि शी को सीपीसी केंद्रीय समिति ने 20वीं सीपीसी राष्ट्रीय कांग्रेस में प्रतिनिधि के लिए उम्मीदवार के रूप में नामित किया है. ये कांग्रेस 2022 की दूसरी छमाही में होने वाली है.

गुआंग्शी ज़ुआंग स्वायत्त क्षेत्र की सीपीसी कांग्रेस बृहस्पतिवार और शुक्रवार को क्षेत्रीय राजधानी नानिंग में आयोजित की गई थी. नवंबर में होने वाली कांग्रेस के समय को, स्पष्ट रूप से देश में कोविड-19 महामारी के फिर से फैलने के कारण शुरू होने वाली जटिल और परिवर्तनशील राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्थिति को देखते हुए, पहले किया गया. इसके साथ ही रूस-यूक्रेन युद्ध के गहराने का भी इस पर असर दिखा है क्योंकि अमेरिका उस पर रूस का साथ छोड़ने के लिए दबाव बढ़ा रहा है.

वर्ष 2012 के अंत में ऐसी ही एक सीपीसी कांग्रेस में अपने पहले चुनाव के बाद से शी ने पार्टी का नेतृत्व किया, शक्तिशाली सेना और राष्ट्रपति पद के साथ सत्ता पर अपनी पकड़ मजबूत की. शी ने कई मुद्दों पर देश के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय प्रतिकूलताओं के निर्माण के सामने पार्टी और देश की स्थिरता के लिए मजबूत नेतृत्व की आवश्यकता पर प्रकाश डाला. भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई जैसे अत्यधिक सफल अभियानों के साथ, 10 लाख से अधिक अधिकारियों को दंडित करना, जिसमें सेना के 50 से अधिक शीर्ष जनरल शामिल हैं.

ये भी पढ़ें- स्नेहा दुबे ने वैश्विक खाद्य सुरक्षा को लेकर भारत के योगदान पर प्रकाश डाला

इसके अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के साथ हांगकांग में बड़े पैमाने पर चीन विरोधी आंदोलन पर लगाम लगाना और वुहान में कोरोना वायरस का संक्रमण फिर से फैलने के कारण उत्पन्न अंतरराष्ट्रीय प्रतिकूलता पर ध्यान देना शी के प्रयासों में शामिल है। शी हर बीतते साल के साथ पहले से मजबूत होकर उभरे हैं. वह पार्टी के संस्थापक माओत्से तुंग के बराबर एक 'मुख्य' (कोर) नेता के रूप में उभरे हैं, जो 1976 में अपनी मृत्यु तक सत्ता में रहे.

(पीटीआई-भाषा)

बीजिंग: चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग के लिए एक दुर्लभ तीसरे कार्यकाल की राह बनानी शुरू कर दी है, क्योंकि वह अगले कुछ महीनों में होने वाली पार्टी कांग्रेस के लिए एक प्रतिनिधि के रूप में सर्वसम्मति से चुने गए हैं, और इसमें उनके पद पर बने रहने के लिये मुहर लगाए जाने की व्यापक रूप से उम्मीद है.

पार्टी कांग्रेस की बैठक पांच साल में एक बार होती है. सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की खबर के अनुसार, 68 वर्षीय शी को शुक्रवार को सर्वसम्मति से पार्टी के गुआंग्शी क्षेत्रीय कांग्रेस में कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) की 20वीं राष्ट्रीय कांग्रेस का प्रतिनिधि चुना गया. खबर में कहा गया है कि शी को सीपीसी केंद्रीय समिति ने 20वीं सीपीसी राष्ट्रीय कांग्रेस में प्रतिनिधि के लिए उम्मीदवार के रूप में नामित किया है. ये कांग्रेस 2022 की दूसरी छमाही में होने वाली है.

गुआंग्शी ज़ुआंग स्वायत्त क्षेत्र की सीपीसी कांग्रेस बृहस्पतिवार और शुक्रवार को क्षेत्रीय राजधानी नानिंग में आयोजित की गई थी. नवंबर में होने वाली कांग्रेस के समय को, स्पष्ट रूप से देश में कोविड-19 महामारी के फिर से फैलने के कारण शुरू होने वाली जटिल और परिवर्तनशील राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्थिति को देखते हुए, पहले किया गया. इसके साथ ही रूस-यूक्रेन युद्ध के गहराने का भी इस पर असर दिखा है क्योंकि अमेरिका उस पर रूस का साथ छोड़ने के लिए दबाव बढ़ा रहा है.

वर्ष 2012 के अंत में ऐसी ही एक सीपीसी कांग्रेस में अपने पहले चुनाव के बाद से शी ने पार्टी का नेतृत्व किया, शक्तिशाली सेना और राष्ट्रपति पद के साथ सत्ता पर अपनी पकड़ मजबूत की. शी ने कई मुद्दों पर देश के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय प्रतिकूलताओं के निर्माण के सामने पार्टी और देश की स्थिरता के लिए मजबूत नेतृत्व की आवश्यकता पर प्रकाश डाला. भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई जैसे अत्यधिक सफल अभियानों के साथ, 10 लाख से अधिक अधिकारियों को दंडित करना, जिसमें सेना के 50 से अधिक शीर्ष जनरल शामिल हैं.

ये भी पढ़ें- स्नेहा दुबे ने वैश्विक खाद्य सुरक्षा को लेकर भारत के योगदान पर प्रकाश डाला

इसके अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के साथ हांगकांग में बड़े पैमाने पर चीन विरोधी आंदोलन पर लगाम लगाना और वुहान में कोरोना वायरस का संक्रमण फिर से फैलने के कारण उत्पन्न अंतरराष्ट्रीय प्रतिकूलता पर ध्यान देना शी के प्रयासों में शामिल है। शी हर बीतते साल के साथ पहले से मजबूत होकर उभरे हैं. वह पार्टी के संस्थापक माओत्से तुंग के बराबर एक 'मुख्य' (कोर) नेता के रूप में उभरे हैं, जो 1976 में अपनी मृत्यु तक सत्ता में रहे.

(पीटीआई-भाषा)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.