सियोल: उत्तर कोरिया द्वारा लॉन्च किया गया एक सैन्य जासूसी उपग्रह इंजन की समस्या के कारण पीला सागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस हादसे के बाद उत्तर कोरिया एक फिर से जल्द से जल्द अपना दूसरा जासूसी उपग्रह लॉन्च करने की योजना बना रहा है. मीडिया रिपोर्ट में हादसे के कारण के बारे में बताया गया कि सामान्य उड़ान के दौरान पहले चरण के अलग होने के बाद दूसरे चरण के इंजन की असामान्य शुरुआत के कारण रॉकेट पीला सागर में गिर गया.
सरकार द्वारा संचालित अंतरिक्ष विकास एजेंसी के एक प्रवक्ता का हवाला देते हुए केसीएनए की रिपोर्ट में कहा गया, 'नए प्रकार के इंजन सिस्टम की कम विश्वसनीयता, स्थिरता और इस्तेमाल किए गए ईंधन के अस्थिर चरित्र के कारण दुर्घटना हुई. उत्तर कोरिया ने यह भी कहा कि वह नवीनतम उपग्रह प्रक्षेपण में उभरे गंभीर दोषों की पूरी तरह से जांच करेगा और उन्हें दूर करने के लिए आवश्यक उपाय करेगा. दक्षिण कोरिया और जापान दोनों ने आपातकालीन चेतावनियां जारी कीं, जिसमें निवासियों को सलाह दी गई कि अगर वे बाहर हैं तो घर के अंदर कवर करें.
जापानी रक्षा मंत्रालय के हवाले से क्योदो न्यूज ने बताया कि जापान ने उत्तर कोरिया के प्रोजेक्टाइल को संभावित बैलिस्टिक मिसाइल करार दिया. आधिकारिक कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) के अनुसार, उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने प्योंगयांग के पहले सैन्य टोही उपग्रह के प्रक्षेपण की तैयारी को अंतिम रूप देने के लिए अपने देश की अंतरिक्ष एजेंसी को निर्देश दिया.
उत्तर कोरिया ने जापान के तटरक्षक बल को समुद्री खतरे वाले क्षेत्रों के बारे में सचेत किया. बुधवार से दो कोरियाई प्रायद्वीप के पश्चिम में और एक फिलीपींस के पूर्व में वस्तुएं गिरने की आशंका जाहिर की है. ये सभी क्षेत्र जापान के विशेष आर्थिक क्षेत्र के भीतर नहीं हैं. वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया के सेंट्रल मिलिट्री कमीशन के वाइस चेयरमैन री प्योंग चोल ने सोमवार को कहा, 'उत्तर का सैन्य टोही उपग्रह वास्तविक समय में अमेरिकी सेना के कृत्यों की निगरानी करने में सक्षम है.
(एएनआई)