काठमांडू: नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड की कतर यात्रा देश में कुछ महत्वपूर्ण राजनीतिक कार्यक्रमों के चलते रद्द कर दी गई है. अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी. प्रचंड कार्यभार संभालने के बाद अपनी पहली आधिकारिक विदेश यात्रा पर इस सप्ताह कतर जाने वाले थे.
उन्होंने पिछले साल 26 दिसंबर को प्रधानमंत्री पद का कार्यभार संभाला था. प्रचंड के मीडिया समंवयक सूर्य किरण शर्मा ने सोमवार को एजेंसी से कहा, 'प्रधानमंत्री का सबसे कम विकसित देशों (एलडीसी) के पांचवें सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए कतर जाने का कार्यक्रम देश में कुछ महत्वपूर्ण राजनीतिक कार्यों के कारण रद्द कर दिया गया है.'
इससे पहले, रविवार को विदेश मंत्रालय ने कहा था कि प्रचंड के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल सबसे कम विकसित देशों (एलडीसी) के पांचवें सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए कतर जाएगा. प्रचंड के एक सहयोगी ने पुष्टि की कि प्रधानमंत्री ने नौ मार्च को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर देश नहीं छोड़ने का फैसला किया है. प्रचंड के नेतृत्व वाली सीपीएन-माओवादी सेंटर सहित आठ राजनीतिक दलों ने राष्ट्रपति चुनाव के दौरान नेपाली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रामचंद्र पौड्याल को समर्थन देने का निर्णय लिया है.
बता दें कि नेपाल के पीएम प्रचंड तीसरी बार प्रधानमंत्री बने हैं. पिछले साल उन्होंने 26 दिसंबर को शपथ ग्रहण किया था. प्रचंड ने पीएम बनने के बाद कई अहम घोषणाएं की थी. प्रचंड अपने पूर्व के कार्यकाल में भारत आए थे. उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के निमंत्रण पर पिछले साल भारत की यात्रा की थी. प्रचंड पहली बार 2008 में प्रधानमंत्री बने थे. इसके बाद साल 2016 से 2017 तक प्रधानमंत्री रहे. भारत और नेपाल के बीच संबंध अच्छे रहे हैं. वहां ऐसा रिवाज रहा है कि अगर कोई पीएम बनता है तो विदेश यात्रा के रूप में सबसे पहले भारत पहुंचता है.
(पीटीआई-भाषा)