ETV Bharat / international

नेपाल ने चार्ल्स शोभराज को डिपोर्ट किया, आज सुबह पहुंचा फ्रांस

author img

By

Published : Dec 24, 2022, 9:20 AM IST

Updated : Dec 24, 2022, 9:36 AM IST

नेपाल के आप्रवासन विभाग ने कहा कि उसे अगले 10 वर्षों तक नेपाल नहीं लौटने की शर्त पर निर्वासित किया गया. सरकार ने उनके निर्वासन से पहले यात्रा दस्तावेज जारी किया था क्योंकि उनके पास वैध पासपोर्ट नहीं था.

Charles Sobhraj released
नेपाल ने डिपोर्ट होने के बाद फ्लाइट में चार्ल्स शोभराज.

काठमांडू : नेपाल सरकार ने शुक्रवार शाम को सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज को जेल से रिहा करने के बाद आवश्यक आव्रजन मंजूरी प्राप्त करके फ्रांस भेज दिया गया है. 'बिकनी किलर' और 'द सर्पेंट' के नाम से मशहूर शोभराज (78) को नेपाल के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत शुक्रवार दोपहर जेल से रिहा कर दिया गया था, जिसके बाद उसे फ्रांस भेज दिया गया. बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने अलग-अलग कारणों से शोभराज को रिहा करने का आदेश दिया.

शुक्रवार शाम त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उनके निर्वासन के समय भारी सुरक्षा तैनाती सुनिश्चित की गई थी. नेपाल के आप्रवासन विभाग ने कहा कि उसे अगले 10 वर्षों तक नेपाल नहीं लौटने की शर्त पर निर्वासित किया गया. सरकार ने उनके निर्वासन से पहले यात्रा दस्तावेज जारी किया था क्योंकि उनके पास वैध पासपोर्ट नहीं था. शोभराज नियमित कतर एयरलाइंस की उड़ान से रवाना हुआ, और दोहा में रुकने के बाद पेरिस पहुंचा.

Charles Sobhraj
चार्ल्स शोभराज की फ्लाइट टिकट का स्क्रीनशॉट. स्रोत आईएएनएस

शोभराज द्वारा दायर बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस सपना प्रधान मल्ला और तिल प्रसाद श्रेष्ठ की संयुक्त पीठ ने बुधवार को उनकी रिहाई का आदेश दिया था, यह कहते हुए कि 15 दिनों के भीतर फ्रांसीसी नागरिक को उसके देश वापस भेजने की व्यवस्था की जाए. शोभराज ने काठमांडू की केंद्रीय जेल में 19 साल और दो महीने बिताए. अधिकारियों के अनुसार, उन्हें गुरुवार को रिहा किया जाना था, कुछ आंतरिक प्रक्रिया के कारण, जिसमें आव्रजन विभाग में दस्तावेज और अन्य शामिल थे, उनकी रिहाई शुक्रवार दोपहर को संभव हो पाई.

पढ़ें: चार्ल्स शोभराज नेपाल की जेल से रिहा, फ्रांस निर्वासित किया जाएगा

शोभराज 1975 में कनाडा के लैडी ड्यूपार और एनाबेला ट्रेमोंट नाम की अमेरिकी महिला की हत्याओं के लिए नेपाल में वांछित था, दोनों से उसकी दोस्ती काठमांडू में हुई थी. नेपाल पुलिस ने शोभराज को सितंबर 2003 में काठमांडू के एक पांच सितारा होटल से गिरफ्तार किया था. मार्च 1986 में, वह दिल्ली की तिहाड़ जेल से भाग गया था, क्योंकि उसे ऐसा लगने लगा था कि पटाया में समुद्र तट पर बिकनी पहने छह लड़कियों की हत्या के आरोप का सामना करने के लिए उसे थाईलैंड प्रत्यर्पित किया जाएगा.

बाद में शोभराज को अप्रैल 1986 में गोवा में फिर से गिरफ्तार कर लिया गया. 1997 में जेल से रिहा होने के बाद, खबरें थी कि वह फ्रांस में रहने लगा था. शोभराज ने अपनी याचिका में तर्क दिया कि वह पहले ही 19 साल जेल में काट चुका है और वह 78 साल का है. नेपाल में काठमांडू और भक्तपुर जिला अदालतों ने उसे 1975 में अमेरिकी और कनाडाई नागरिकों की हत्या का दोषी पाया था. सुप्रीम कोर्ट ने 2010 में काठमांडू जिला अदालत द्वारा उसे सुनाई गई आजीवन कारावास की सजा का समर्थन किया था.

शोभराज ने सुप्रीम कोर्ट में बार-बार रिट याचिकाएं दायर की, जिसमें मांग की गई कि 70 साल से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों को जेल से रिहा करने की छूट दी जाए. उन्होंने इस तरह के आवेदन, विशेष रूप से संविधान दिवस, लोकतंत्र दिवस और गणतंत्र दिवस के आसपास, राष्ट्रपति के क्षमादान की उम्मीद में भेजे. फिर भी, अदालत ने उनकी सभी रिट याचिकाओं को खारिज कर दिया था. उनकी हार्ट सर्जरी भी हुई थी.

काठमांडू : नेपाल सरकार ने शुक्रवार शाम को सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज को जेल से रिहा करने के बाद आवश्यक आव्रजन मंजूरी प्राप्त करके फ्रांस भेज दिया गया है. 'बिकनी किलर' और 'द सर्पेंट' के नाम से मशहूर शोभराज (78) को नेपाल के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत शुक्रवार दोपहर जेल से रिहा कर दिया गया था, जिसके बाद उसे फ्रांस भेज दिया गया. बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने अलग-अलग कारणों से शोभराज को रिहा करने का आदेश दिया.

शुक्रवार शाम त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उनके निर्वासन के समय भारी सुरक्षा तैनाती सुनिश्चित की गई थी. नेपाल के आप्रवासन विभाग ने कहा कि उसे अगले 10 वर्षों तक नेपाल नहीं लौटने की शर्त पर निर्वासित किया गया. सरकार ने उनके निर्वासन से पहले यात्रा दस्तावेज जारी किया था क्योंकि उनके पास वैध पासपोर्ट नहीं था. शोभराज नियमित कतर एयरलाइंस की उड़ान से रवाना हुआ, और दोहा में रुकने के बाद पेरिस पहुंचा.

Charles Sobhraj
चार्ल्स शोभराज की फ्लाइट टिकट का स्क्रीनशॉट. स्रोत आईएएनएस

शोभराज द्वारा दायर बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस सपना प्रधान मल्ला और तिल प्रसाद श्रेष्ठ की संयुक्त पीठ ने बुधवार को उनकी रिहाई का आदेश दिया था, यह कहते हुए कि 15 दिनों के भीतर फ्रांसीसी नागरिक को उसके देश वापस भेजने की व्यवस्था की जाए. शोभराज ने काठमांडू की केंद्रीय जेल में 19 साल और दो महीने बिताए. अधिकारियों के अनुसार, उन्हें गुरुवार को रिहा किया जाना था, कुछ आंतरिक प्रक्रिया के कारण, जिसमें आव्रजन विभाग में दस्तावेज और अन्य शामिल थे, उनकी रिहाई शुक्रवार दोपहर को संभव हो पाई.

पढ़ें: चार्ल्स शोभराज नेपाल की जेल से रिहा, फ्रांस निर्वासित किया जाएगा

शोभराज 1975 में कनाडा के लैडी ड्यूपार और एनाबेला ट्रेमोंट नाम की अमेरिकी महिला की हत्याओं के लिए नेपाल में वांछित था, दोनों से उसकी दोस्ती काठमांडू में हुई थी. नेपाल पुलिस ने शोभराज को सितंबर 2003 में काठमांडू के एक पांच सितारा होटल से गिरफ्तार किया था. मार्च 1986 में, वह दिल्ली की तिहाड़ जेल से भाग गया था, क्योंकि उसे ऐसा लगने लगा था कि पटाया में समुद्र तट पर बिकनी पहने छह लड़कियों की हत्या के आरोप का सामना करने के लिए उसे थाईलैंड प्रत्यर्पित किया जाएगा.

बाद में शोभराज को अप्रैल 1986 में गोवा में फिर से गिरफ्तार कर लिया गया. 1997 में जेल से रिहा होने के बाद, खबरें थी कि वह फ्रांस में रहने लगा था. शोभराज ने अपनी याचिका में तर्क दिया कि वह पहले ही 19 साल जेल में काट चुका है और वह 78 साल का है. नेपाल में काठमांडू और भक्तपुर जिला अदालतों ने उसे 1975 में अमेरिकी और कनाडाई नागरिकों की हत्या का दोषी पाया था. सुप्रीम कोर्ट ने 2010 में काठमांडू जिला अदालत द्वारा उसे सुनाई गई आजीवन कारावास की सजा का समर्थन किया था.

शोभराज ने सुप्रीम कोर्ट में बार-बार रिट याचिकाएं दायर की, जिसमें मांग की गई कि 70 साल से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों को जेल से रिहा करने की छूट दी जाए. उन्होंने इस तरह के आवेदन, विशेष रूप से संविधान दिवस, लोकतंत्र दिवस और गणतंत्र दिवस के आसपास, राष्ट्रपति के क्षमादान की उम्मीद में भेजे. फिर भी, अदालत ने उनकी सभी रिट याचिकाओं को खारिज कर दिया था. उनकी हार्ट सर्जरी भी हुई थी.

Last Updated : Dec 24, 2022, 9:36 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.