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महसा अमिनी मामले को लेकर ईरान में विरोध प्रदर्शन जारी

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Published : Sep 26, 2022, 8:02 AM IST

Updated : Sep 26, 2022, 8:18 AM IST

महसा अमिनी की मौत पर ईरान में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन जारी है. ये विरोध सामाजिक विद्रोह का रूप ले सकता है.

Mass protests in Iran over death of Mahsa Amini may assume dimensions of social uprising
महसा अमिनी मामले को लेकर ईरान में विरोध प्रदर्शन जारी

निकोसिया: एक सप्ताह से अधिक समय से ईरान के 31 प्रांतों के 80 से अधिक कस्बों और शहरों में 22 वर्षीय कुर्द महिला महसा अमिनी की मौत पर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. थियोक्रेटिक शासन की घृणास्पद नैतिकता पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के कुछ ही समय बाद उसकी मौत हो गयी थी. सड़क पर बढ़ती हिंसा में प्रदर्शनकारियों और दंगा विरोधी पुलिस के बीच संघर्ष में अब तक सुरक्षा बलों के सदस्यों सहित कम से कम 41 लोग मारे गए हैं. ये एक सामाजिक विद्रोह का रूप ले सकता है.

महसा अमिनी को 13 सितंबर को उस समय गिरफ्तार किया गया था जब वह अपने भाई और अन्य रिश्तेदारों के साथ तेहरान मेट्रो स्टेशन से निकल रही थी. उसे अन्य महिलाओं के साथ गिरफ्तार किया गया था, जिनके कपड़े राज्य के नियमों का पालन नहीं करते थे और एक नैतिकता पुलिस वैन में ले गए थे. महसा तीन दिनों के लिए कोमा में थी, फिर 'प्राकृतिक कारणों से' उसकी मौत हो गई, जैसा कि अधिकारियों का दावा है.

लेकिन कार्यकर्ताओं के अनुसार, उसकी मृत्यु का कारण सिर पर घातक आघात था. इस घटना ने आम ईरानियों में भारी रोष फैला दिया. देश की अर्थव्यवस्था में सुधार के कोई स्पष्ट संकेत नहीं है. अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के तहत जीवन यापन करना बेहद मुश्किल लगता है. कई ईरानी महसूस करते हैं कि उनके पास खोने के लिए कम हैं और ईरानी शासन द्वारा लगाए गए सख्त नियमों से उत्पीड़ित महसूस करते हैं.

ये भी पढ़ें- लंदन में पाकिस्तानी मंत्री मरियम औरंगजेब के खिलाफ लगा चोरनी- चोरनी का नारा

ईरान में महिलाएं और भी अधिक उत्पीड़ित हैं क्योंकि उन्हें सख्त ड्रेस कोड का पालन करना, नैतिकता पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने और उनके दुर्व्यवहार का सामना करने का डर सताता रहता है. इसे गश्त-ए इरशाद के नाम से जाना जाता है. इसका अर्थ है इस्लामिक गाइडेंस पेट्रोल. विनियमों में कहा गया है कि महिलाएं अपने बालों को आमतौर पर हिजाब के रूप में जाने जाने वाले हेडस्कार्फ़ से ढकती हैं और ऐसे कपड़े पहनती हैं जो ढीले-ढाले हों और उनकी छाती को उजागर न करें. कुछ मस्जिदों में प्रवेश करने के लिए महिलाओं को चादरें या कपड़े का एक बड़ा टुकड़ा जिससे केवल चेहरा या आंखें दिखाई देती हैं उसे पहननी पड़ती हैं.

(एएनआई)

निकोसिया: एक सप्ताह से अधिक समय से ईरान के 31 प्रांतों के 80 से अधिक कस्बों और शहरों में 22 वर्षीय कुर्द महिला महसा अमिनी की मौत पर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. थियोक्रेटिक शासन की घृणास्पद नैतिकता पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के कुछ ही समय बाद उसकी मौत हो गयी थी. सड़क पर बढ़ती हिंसा में प्रदर्शनकारियों और दंगा विरोधी पुलिस के बीच संघर्ष में अब तक सुरक्षा बलों के सदस्यों सहित कम से कम 41 लोग मारे गए हैं. ये एक सामाजिक विद्रोह का रूप ले सकता है.

महसा अमिनी को 13 सितंबर को उस समय गिरफ्तार किया गया था जब वह अपने भाई और अन्य रिश्तेदारों के साथ तेहरान मेट्रो स्टेशन से निकल रही थी. उसे अन्य महिलाओं के साथ गिरफ्तार किया गया था, जिनके कपड़े राज्य के नियमों का पालन नहीं करते थे और एक नैतिकता पुलिस वैन में ले गए थे. महसा तीन दिनों के लिए कोमा में थी, फिर 'प्राकृतिक कारणों से' उसकी मौत हो गई, जैसा कि अधिकारियों का दावा है.

लेकिन कार्यकर्ताओं के अनुसार, उसकी मृत्यु का कारण सिर पर घातक आघात था. इस घटना ने आम ईरानियों में भारी रोष फैला दिया. देश की अर्थव्यवस्था में सुधार के कोई स्पष्ट संकेत नहीं है. अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के तहत जीवन यापन करना बेहद मुश्किल लगता है. कई ईरानी महसूस करते हैं कि उनके पास खोने के लिए कम हैं और ईरानी शासन द्वारा लगाए गए सख्त नियमों से उत्पीड़ित महसूस करते हैं.

ये भी पढ़ें- लंदन में पाकिस्तानी मंत्री मरियम औरंगजेब के खिलाफ लगा चोरनी- चोरनी का नारा

ईरान में महिलाएं और भी अधिक उत्पीड़ित हैं क्योंकि उन्हें सख्त ड्रेस कोड का पालन करना, नैतिकता पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने और उनके दुर्व्यवहार का सामना करने का डर सताता रहता है. इसे गश्त-ए इरशाद के नाम से जाना जाता है. इसका अर्थ है इस्लामिक गाइडेंस पेट्रोल. विनियमों में कहा गया है कि महिलाएं अपने बालों को आमतौर पर हिजाब के रूप में जाने जाने वाले हेडस्कार्फ़ से ढकती हैं और ऐसे कपड़े पहनती हैं जो ढीले-ढाले हों और उनकी छाती को उजागर न करें. कुछ मस्जिदों में प्रवेश करने के लिए महिलाओं को चादरें या कपड़े का एक बड़ा टुकड़ा जिससे केवल चेहरा या आंखें दिखाई देती हैं उसे पहननी पड़ती हैं.

(एएनआई)

Last Updated : Sep 26, 2022, 8:18 AM IST
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