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महाराज चार्ल्स तृतीय को पापुआ न्यू गिनी का राष्ट्र प्रमुख घोषित किया गया

पापुआ न्यू गिनी के नेताओं ने मंगलवार को दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के सम्मान में एक समारोह आयोजित किया.

महाराज चार्ल्स तृतीय को पापुआ न्यू गिनी का राष्ट्र प्रमुख घोषित किया गया
महाराज चार्ल्स तृतीय को पापुआ न्यू गिनी का राष्ट्र प्रमुख घोषित किया गया
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Published : Sep 13, 2022, 2:07 PM IST

पोर्ट मोर्सबी: पापुआ न्यू गिनी के नेताओं ने मंगलवार को दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के सम्मान में एक समारोह आयोजित किया. महाराज चार्ल्स तृतीय को देश का नया राष्ट्र प्रमुख घोषित किया. राजधानी पोर्ट मोर्सबी में संसद के बाहर आयोजित समारोह में गवर्नर जनरल बॉब डाडेई और प्रधानमंत्री जेम्स मारपे के साथ अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे. पापुआ एशिया और प्रशांत में उन पांच देशों में से एक है जहां राष्ट्र प्रमुख ब्रिटिश सम्राट होता है. इन देशों में ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड, सोलोमन आइलैंड्स, तुवालू भी शामिल हैं.

पढ़ें: बेजोस का पहला रॉकेट प्रक्षेपण के दौरान असफल

मारपे ने कहा कि महारानी ने पापुआ न्यू गिनी के राष्ट्र प्रमुख के तौर पर कर्तव्यों का अनुकरणीय रूप से प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि ये सब लोग महारानी के निधन पर शोक जताने और महाराज चार्ल्स तृतीय के सिंहासन पर आसीन होने के गवाह बनने और इसे स्वीकार करने के लिए जमा हुए हैं. स्थानीय मीडिया के मुताबिक, मारपे और अन्य नेता शुक्रवार को चार्ल्स से मुलाकात करेंगे. इत्तेफाक से शुक्रवार को ही पापुआ न्यू गिनी का 47वां स्वतंत्रता दिवस है.

पढ़ें: महाराज चार्ल्स तृतीय को कनाडा का नया राष्ट्राध्यक्ष घोषित किया गया

पूरी जिंदगी ब्रिटेन की राजगद्दी संभालने की तैयारी करने के बाद अंतत: 73 साल की उम्र में प्रिंस चार्ल्स (Prince Charles) को 'महाराज चार्ल्स तृतीय' के रूप में देश की राजगद्दी पर बैठने का अवसर मिला है. ब्रिटेन की राजगद्दी पर बैठने वाले चार्ल्स सबसे अधिक उम्र के राजा है. अपनी मां महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth II ) के निधन के बाद वह देश के अगले महाराज बने हैं.

पोर्ट मोर्सबी: पापुआ न्यू गिनी के नेताओं ने मंगलवार को दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के सम्मान में एक समारोह आयोजित किया. महाराज चार्ल्स तृतीय को देश का नया राष्ट्र प्रमुख घोषित किया. राजधानी पोर्ट मोर्सबी में संसद के बाहर आयोजित समारोह में गवर्नर जनरल बॉब डाडेई और प्रधानमंत्री जेम्स मारपे के साथ अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे. पापुआ एशिया और प्रशांत में उन पांच देशों में से एक है जहां राष्ट्र प्रमुख ब्रिटिश सम्राट होता है. इन देशों में ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड, सोलोमन आइलैंड्स, तुवालू भी शामिल हैं.

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मारपे ने कहा कि महारानी ने पापुआ न्यू गिनी के राष्ट्र प्रमुख के तौर पर कर्तव्यों का अनुकरणीय रूप से प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि ये सब लोग महारानी के निधन पर शोक जताने और महाराज चार्ल्स तृतीय के सिंहासन पर आसीन होने के गवाह बनने और इसे स्वीकार करने के लिए जमा हुए हैं. स्थानीय मीडिया के मुताबिक, मारपे और अन्य नेता शुक्रवार को चार्ल्स से मुलाकात करेंगे. इत्तेफाक से शुक्रवार को ही पापुआ न्यू गिनी का 47वां स्वतंत्रता दिवस है.

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पूरी जिंदगी ब्रिटेन की राजगद्दी संभालने की तैयारी करने के बाद अंतत: 73 साल की उम्र में प्रिंस चार्ल्स (Prince Charles) को 'महाराज चार्ल्स तृतीय' के रूप में देश की राजगद्दी पर बैठने का अवसर मिला है. ब्रिटेन की राजगद्दी पर बैठने वाले चार्ल्स सबसे अधिक उम्र के राजा है. अपनी मां महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth II ) के निधन के बाद वह देश के अगले महाराज बने हैं.

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