टोक्यो: जापान में एक सैन्य हेलीकॉप्टर बृहस्पतिवार को समुद्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इसमें 10 सैनिक सवार थे. जापान के रक्षा मंत्री यासुकाज़ू हमादा के हवाले से यह खबर दी गई है. राहच बचाव अभियान चलाया गया. दक्षिणी जापान के समुद्र में बचाव दल छानबीन में जुटे थे. जापान के ग्राउंड सेल्फ-डिफेंस फोर्स (जीएसडीएफ) के चीफ ऑफ स्टाफ जनरल यासुनोरी मोरीशिता के अनुसार, यूएच-60जेए हेलीकॉप्टर के टुकड़े समुद्र में दिख रहे थे. राहत बचाव दल जीवित बचे लोगों की तलाश में जुटे हैं.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार लापता सैनिकों में दो पायलट, दो मैकेनिक और छह यात्री शामिल हैं. इनमें जीएसडीएफ के एक शीर्ष कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल युइची सकामोटो भी शामिल हैं. एविएशन सेफ्टी नेटवर्क द्वारा बनाए गए एक डेटाबेस के अनुसार,अगर इस दुर्घटना में कोई जीवित नहीं बचा तो यह 1995 के बाद से जापान में होने वाली सबसे घातक सैन्य विमानन दुर्घटना होगी. बताया जाता है कि यह हेलीकॉप्टर ग्राउंड सेल्फ-डिफेंस फोर्स का था. यह ओकिनावा के दक्षिणी प्रान्त के समुद्र गिरा जिसके बादल लापता हो गया.
ये भी पढ़ें- पाकिस्तान में हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त, दो अफसरों समेत छह सैन्यकर्मियों की मौत
जीएसडीएफ के मुताबिक, ओकिनावा प्रीफेक्चर के मियाको द्वीप के पास, पास के भूमि सुविधाओं के सर्वेक्षण के लिए वहां से निकलने के तुरंत बाद इसे सिग्नल मिलने बंद हो गए. हेलीकॉप्टर को शाम 5:05 बजे मियाको द्वीप पर लौटना था. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार समुद्र क्षेत्र में रोटर ब्लेड का हिस्सा सहित तेल और वस्तुएं मिलीं, जहां दुर्घटना हुई थी. हेलीकॉप्टर के लापता होने के समय खराब मौसम की सूचना नहीं मिली थी. जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने टोक्यो में संवाददाताओं से कहा, 'हम मानव जीवन और बचाव कार्यों को अधिकतम प्राथमिकता दे रहे हैं.
(एएनआई)