तेल अवीव: इजराइल के हवाई हमले में मारे गए ईरानी जनरल रजी मौसवी की मौत पर ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने कहा है कि सीरिया में हवाई हमले में इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) के ब्रिगेडियर जनरल रजी मौसवी को मारने के लिए इजराइल को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. ईरानी राष्ट्रपति ने एक प्रेस बयान में कहा कि 'बिना किसी संदेह के, यह कार्रवाई क्षेत्र में कब्ज़ा करने वाले ज़ायोनी शासन की हताशा, असहायता और अक्षमता का एक और संकेत है.'
ब्रिगेडियर जनरल मौसवी सीरिया की राजधानी दमिश्क के पास सईदा ज़ैनब इलाके में एक हवाई हमले में मारे गए. आईआरजीसी में एक उच्च पदस्थ अधिकारी मौसवी सीरिया में ईरान के सैन्य अभियानों का समन्वय कर रहे थे. इज़राइल ने आरोप लगाया है कि ब्रिगेडियर जनरल मौसवी हिज़्बुल्लाह को हथियारों और सामग्रियों की आपूर्ति के समन्वय के लिए जिम्मेदार थे.
हालांकि, एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इज़राइल रक्षा बल (आईडीएफ) के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने मौसवी की हत्या पर कोई टिप्पणी नहीं की. इजरायलियों का आरोप है कि ईरान और उसकी आईआरजीसी हमास और हिजबुल्लाह का समर्थन कर रहे हैं, जो इजरायल पर हमले के लिए समन्वय में काम करते हैं. इस बीच, ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि 'तेल अवीव एक कठिन उलटी गिनती का सामना कर रहा है.'
बता दें कि सीरिया में ईरान के अर्द्धसैन्य बल 'रेवोल्यूशनरी गार्ड' के लंबे समय से सलाहकार रहे सैयद राजी मौसावी ऐसे समय मारे गए हैं, जब लेबनान-इजराइल सीमा पर हिजबुल्ला और इजराइल के बीच झड़पें तेज होने से इजराइल-हमास युद्ध का दायरा बढ़ने की आशंका उत्पन्न हो गई है. इससे पहले, इस महीने सीरिया में इजराइल के हवाई हमले में दो अन्य जनरल भी मारे गए थे.
ईरान की आधिकारिक समाचार एजेंसी 'आईआरएनए' और ब्रिटेन के युद्ध निगरानी संगठन 'सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमैन राइट्स' ने कहा कि इजराइल ने एक शिया मुस्लिम मस्जिद के समीप स्थित सईदा जेनब क्षेत्र में हमला किया. आईआरएनएने मौसावी को ईरान के जनरल कासिम सुलेमानी का करीबी बताया, जिनकी जनवरी 2020 में इराक में अमेरिका के ड्रोन हमले में मौत हो गयी थी.