एल्माउ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को खाद्य सुरक्षा और लैंगिक समानता पर जी 7 शिखर सम्मेलन सत्र को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत का दृष्टिकोण महिलाओं के विकास से महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास में परिवर्तित हो गया है.
पीएम मोदी ने यह भी सुझाव दिया कि खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उर्वरकों की उपलब्धता, भारतीय कृषि प्रतिभाओं के उपयोग के लिए प्रणाली, बाजरा और प्राकृतिक खेती जैसे पौष्टिक विकल्पों पर ध्यान देना चाहिए. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इन क्षेत्रों में भारत के अनुभवों को साझा करते हुए खाद्य सुरक्षा और लैंगिक समानता पर जी 7 सत्र को संबोधित किया.
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इस बात पर जोर दिया कि भारत का दृष्टिकोण ‘महिला विकास’ से ‘महिला के नेतृत्व वाले विकास’ में परिवर्तित हो गया है.' उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘(प्रधानमंत्री ने) खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निम्नलिखित क्षेत्रों का सुझाव दिया.1. उर्वरकों की उपलब्धता 2. भारतीय कृषि प्रतिभाओं के उपयोग के लिए संरचित प्रणाली 3. बाजरा जैसे पौष्टिक विकल्प 4. प्राकृतिक खेती.'
इससे पहले यहां जी 7 शिखर सम्मेलन में ‘बेहतर भविष्य में निवेश, जलवायु, ऊर्जा, स्वास्थ्य’ सत्र को संबोधित करते हुए मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि जलवायु प्रतिबद्धताओं के प्रति भारत का समर्पण उसके प्रदर्शन से स्पष्ट है.
(पीटीआई-भाषा)