सैन फ्रांसिस्को: भारत, अमेरिका और समृद्धि के लिए एशिया-प्रशांत आर्थिक व्यवस्था (आईपीईएफ) के 12 अन्य सदस्यों के बीच निष्पक्ष और स्वच्छ अर्थव्यवस्था समझौतों पर बातचीत पूरी हो गई है. आपूर्ति व्यवस्था को मजबूत करने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर के बाद इसकी घोषणा की गई है.
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल आईपीईएफ मंत्रिस्तरीय बैठक के लिए यहां आए थे. आईपीईएफ भागीदार देशों के एक संयुक्त बयान के अनुसार, सदस्य देश अब समझौतों को अंतिम रूप देने के लिए अपने-अपने देशों में परामर्श और कानूनी समीक्षा सहित जरूरी कदम उठाएंगे.
प्रस्तावित समझौते को एक बार अंतिम रूप दिए जाने के बाद इसे हस्ताक्षर के लिए आईपीईएफ भागीदारों की घरेलू प्रक्रियाओं से गुजरना होगा. उसके बाद इसे मंजूरी मिलेगी.
बयान के अनुसार 'आज, 14 आईपीईएफ भागीदारों ने सैन फ्रांसिस्को में आईपीईएफ मंत्रिस्तरीय बैठक में आईपीईएफ स्वच्छ अर्थव्यवस्था समझौते, आईपीईएफ निष्पक्ष अर्थव्यवस्था समझौते और समृद्धि के लिए भारत-प्रशांत आर्थिक व्यवस्था पर समझौते की बातचीत के महत्वपूर्ण निष्कर्ष की घोषणा की. इसे अमेरिकी वाणिज्य विभाग की वेबसाइट पर डाला गया है.
बयान में कहा गया है कि आईपीईएफ स्वच्छ अर्थव्यवस्था समझौते के माध्यम से सभी देश अपने साझा जलवायु उद्देश्यों और शुद्ध रूप से शून्य कार्बन उत्सर्जन अर्थव्यवस्थाओं के लिए उपयुक्त कदम उठाने को प्रतिबद्ध हैं. साथ ही वे भागीदार देशों के लिए सतत वृद्धि और सफलता भी सुनिश्चित करेंगे.