इस्लामाबाद : पाकिस्तान के अपदस्थ प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को प्रांतीय विधानसभाओं को भंग करने और नए आम चुनावों की घोषणा करने के लिए शहबाज शरीफ सरकार को छह दिन का अल्टीमेटम दिया है. इमरान ने 'आजादी मार्च' समाप्त करने का संकेत देते हुए गुरुवार को कहा कि अगर 'आयातित सरकार' ऐसा करने में विफल रही तो वह राजधानी समेत पूरे देश में प्रदर्शन करेंगे.
पीटीआई अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने 'आजादी मार्च' समाप्त करने का संकेत देते हुए गुरुवार को मौजूदा सरकार को चुनाव की घोषणा करने और विधानसभाओं को भंग करने के लिए छह दिन की समय सीमा दी. जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, पीटीआई अध्यक्ष जिन्ना एवेन्यू में 'आजादी मार्च' में भाग लेने वालों को संबोधित करने के बाद अपने बानी गाला आवास रवाना हो गए.
पीटीआई के प्रदर्शनकारी बुधवार की रात के अधिकांश समय डी-चौक में मौजूद रहे. प्रदर्शनकारी इस्लामाबाद के प्रतिबंधित रेड जोन में प्रवेश कर चुके थे, जहां सुप्रीम कोर्ट, पीएम हाउस, अमेरिकी दूतावास सहित कई संवेदनशील इमारत हैं. भारी सुरक्षा के बावजूद वे अंदर प्रवेश करने में सफल रहे. जिन्ना एवेन्यू में अपने भाषण में खान ने कहा कि वह खैबर पख्तूनख्वा से 30 घंटे की यात्रा के बाद इस्लामाबाद पहुंचे हैं.
गुरुवार सुबह यहां जिन्ना एवेन्यू में आजादी मार्च के हजारों प्रदर्शनकारियों की एक रैली को संबोधित करते हुए खान ने अपनी पार्टी के मार्च को रोकने के लिए छापेमारी और गिरफ्तारी जैसी रणनीति का इस्तेमाल करने के लिए सरकार पर निशाना साधा. मामले का संज्ञान लेने पर उन्होंने सुप्रीम कोर्ट (एससी) को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा, 'सरकार ने हमारे आजादी मार्च को कुचलने के लिए हर तरह की कोशिश की, उन्होंने शांतिपूर्ण विरोध पर आंसू गैस का इस्तेमाल किया, हमारे घरों पर छापे मारे गए और घरों की गोपनीयता का उल्लंघन किया गया, हालांकि, मैंने देश को गुलामी के डर से मुक्त देखा है.'
कार्यकर्ताओं की जान जाने का किया दावा : उन्होंने यह भी दावा किया कि कराची में तीन पीटीआई कार्यकर्ताओं की जान चली गई, जबकि दो अन्य को रावी ब्रिज से फेंक दिया गया और हजारों अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया. देश में नए सिरे से चुनाव की तारीख की घोषणा करने के लिए सरकार को समय सीमा देते हुए, खान ने कहा कि वह सरकार को इस बार जून में आम चुनाव की घोषणा करने के लिए समय दे रहे हैं.
उन्होंने कहा, 'सरकार के लिए मेरा संदेश यह है कि वह विधानसभाओं को भंग करे और चुनावों की घोषणा करें, अन्यथा मैं छह दिन के बाद फिर से इस्लामाबाद आऊंगा.' इससे पहले जैसे ही खान का काफिला इस्लामाबाद में दाखिल हुआ और बड़े कारवां के साथ डी-चौक की ओर बढ़ने लगा, संघीय सरकार ने रेड जोन की रक्षा के लिए सेना बुलाई. गृह मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार,'संविधान के अनुच्छेद 245 के तहत स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सेना बुलाई गई.'
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