इस्लामाबाद : पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पार्टी) ने भ्रष्टाचार मामले में अपने प्रमुख इमरान खान की गिरफ्तारी के खिलाफ बुधवार को देशव्यापी बंद का आह्वान किया है, जिससे मुल्क में दूसरे दिन भी बड़े पैमाने पर हिंसा होती देखी गई. इमरान को मंगलवार को देश के अर्धसैनिक बलों ने राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) के आदेश पर उस समय गिरफ्तार कर लिया था, जब वह भ्रष्टाचार के एक मामले में सुनवाई के लिए इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में मौजूद थे. पूर्व क्रिकेटर इमरान खान (70) की गिरफ्तारी के बाद उनकी पार्टी के समर्थकों ने पूरे देश में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन किया. कराची समेत कई जगहों पर सेना और पीटीआई समर्थकों के बीच झड़पें हुई हैं. हालात को देखते हुए कई स्थानों पर सेना को तैनात कर दिया गया है.
इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने बाद में कहा था कि पीटीआई प्रमुख की गिरफ्तारी वैध है, लेकिन उन्हें जिस तरह से पकड़ा गया, वह अवैध है. अदालत ने इस बाबत इस्लामाबाद के पुलिस प्रमुख और गृह सचिव के खिलाफ सुनवाई करने का फैसला भी लिया. पीटीआई नेतृत्व ने पार्टी अध्यक्ष की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा की और बुधवार को देशव्यापी बंद का आह्वान किया. ‘द डॉन’ अखबार की खबर के मुताबिक, उन्होंने (पीटीआई नेताओं ने) देशवासियों से पाकिस्तान में ‘बढ़ते फासीवाद’ के खिलाफ बड़े पैमाने पर सड़कों पर उतरने का आह्वान किया और अपने समर्थकों से कहा कि ‘करो या मरो’ की स्थिति आ चुकी है. इमरान की गिरफ्तारी की खबर फैलते ही देश में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए. पीटीआई प्रमुख के लाठी-डंडे लिए समर्थकों ने पाकिस्तानी सेना के जनरल मुख्यालय सहित अन्य रक्षा प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया. उन्होंने पंजाब, बलूचिस्तान और खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के विभिन्न हिस्सों में धारा-144 के तहत लागू निषेधाज्ञा का भी उल्लंघन किया. लाहौर, पेशावर, क्वेटा, कराची और रावलपिंडी में इमरान समर्थकों ने बड़े पैमाने पर हिंसा और तोड़फोड़ की.
‘जियो न्यूज’ की खबर में दावा किया गया है कि पाकिस्तान में इमरान की गिरफ्तारी के विरोध में मंगलवार को हुई हिंसक झड़पों में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और बड़ी संख्या में वाहनों और इमारतों को नुकसान पहुंचाया गया. एनएबी सूत्रों के मुताबिक, इमरान को बुधवार को जवाबदेही अदालत के सामने पेश किया जा सकता है. पुलिस ने घोषणा की कि अदालत में इमरान की पेशी के दौरान उच्च स्तरीय सुरक्षा होगी और न्यायालय परिसर में केवल प्रासंगिक लोगों और वकीलों को ही प्रवेश की अनुमति दी जाएगी.
इस बीच, इमरान के समर्थक उनकी जल्द रिहाई का दबाव बनाने के लिए लोगों को सोशल मीडिया पर संदेश भेज कर इस्लामाबाद में सड़कों पर उतरने की अपील कर रहे हैं. इससे पहले, पीटीआई नेतृत्व ने देर रात हुई बैठक में इमरान की गिरफ्तारी के खिलाफ देशव्यापी विरोध जारी रखने का फैसला किया. हालांकि, पार्टी ने हिंसा और तोड़फोड़ की घटनाओं से दूरी बनाते हुए कहा कि पीटीआई पर प्रतिबंध लगवाने की मंशा रखने वाले लोग प्रदर्शनकारियों की भीड़ में शामिल हो गए थे और उन्होंने ही हिंसा की. पंजाब प्रांत में पंजाब उच्च शिक्षा विभाग (एचईडी) ने सभी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को बंद करने के साथ-साथ बुधवार को होने वाली एक परीक्षा को स्थगित करने की घोषणा की है. एचईडी सचिव जावेद अख्तर महमूद ने पुष्टि की कि सभी कॉलेज और विश्वविद्यालय बंद रहेंगे. पंजाब में सभी सरकारी और निजी स्कूल भी बुधवार को बंद रहेंगे.
पाकिस्तान में इंटरनेट सेवा निलंबित : इमरान खान को मंगलवार को नाटकीय रूप से गिरफ्तार किए जाने के बाद से देश में हिंसा भड़की हुई है. यहां जगह-जगह पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के समर्थक प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं, पाकिस्तान दूरसंचार प्राधिकरण (पीटीए) ने बुधवार को कहा कि देश भर में इंटरनेट सेवाएं अनिश्चित काल के लिए निलंबित रहेंगी. जियो न्यूज ने बताया कि प्राधिकरण ने पुष्टि की है कि मोबाइल ब्रॉडबैंड सेवाओं को ब्लॉक करने का निर्णय आंतरिक मंत्रालय के निर्देश पर लिया गया था.
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान को अल-कादिर ट्रस्ट मामले में इस्लामाबाद उच्च न्यायालय परिसर से गिरफ्तार किए जाने के बाद विरोध प्रदर्शनों के कारण मंगलवार को सेवाएं बंद कर दी गईं. जियो न्यूज ने बताया कि इसके अलावा, ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम सहित प्रमुख सोशल मीडिया साइटें भी कथित तौर पर पाकिस्तान में कई उपयोगकर्ताओं के लिए बंद हैं, वे मंगलवार से इन प्लेटफार्मों तक पहुंचने में असमर्थ हैं.
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पूर्व प्रधानमंत्री की गिरफ्तारी के बाद भड़की अशांति के बाद हिंसक विरोध के वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर व्यापक रूप से साझा किए गए, जिसके बाद मोबाइल ब्रॉडबैंड सेवाओं को ब्लॉक कर दिया गया. पीटीए के एक प्रवक्ता ने कहा था कि नियामक प्राधिकरण को ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम सहित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के डाउन होने की भी खबरें मिल रही थीं. उन्होंने कहा कि हालांकि, इन रिपोटरें की पुष्टि नहीं की जा सकी.
पंजाब प्रांत में हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद सेना तैनात
इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद कई शहरों में हिंसक विरोध प्रदर्शनों और सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमलों के बाद देश के सबसे अधिक आबादी वाले पंजाब प्रांत में कानून व्यवस्था बनाए रखने के मद्देनजर बुधवार को पाकिस्तानी सेना की टुकड़ियों को तैनात कर दिया गया. पाकिस्तान की संघीय सरकार की ओर से जारी की गयी एक अधिसूचना के अनुसार पंजाब सरकार के अनुरोध पर गृह मंत्रालय द्वारा यह निर्णय लिया गया है. अधिसूचना के मुताबिक, पंजाब प्रांत में तैनात किए गए सैनिकों की सही संख्या, तैनाती की तारीख और उसका क्षेत्र प्रांतीय सरकार द्वारा परामर्श के आधार पर तय किया जाएगा.
मंत्रालय ने कहा कि कानून, व्यवस्था और शांति बहाल करने के लिए सेना जिला प्रशासन के साथ मिलकर काम करेगी. इस बीच, पंजाब पुलिस ने कहा कि शांति भंग करने और हिंसा में शामिल होने के आरोप में पूरे प्रांत से 945 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पंजाब प्रांत की पुलिस ने एक बयान में कहा, "पूरे प्रांत में हिंसक कृत्यों, तोड़फोड़, सार्वजनिक और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है." पुलिस ने बयान में कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के समर्थकों के हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान 130 से अधिक पुलिस अधिकारी और कानून प्रवर्तन कर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए.
पंजाब पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि पुलिस और सरकारी एजेंसियों के 25 से अधिक वाहनों को नष्ट कर दिया गया और जला दिया गया. उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने 14 से अधिक सरकारी भवनों पर हमला किया, उनमें लूटपाट की और सरकारी संपत्ति को गंभीर नुकसान पहुंचाया. इमरान (70) को मंगलवार को देश के अर्धसैनिक बलों ने राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) के आदेश पर उस समय गिरफ्तार कर लिया था, जब वह भ्रष्टाचार के एक मामले में सुनवाई के लिए इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में मौजूद थे. पूर्व क्रिकेटर इमरान की गिरफ्तारी के बाद उनकी पार्टी के समर्थक पूरे देश में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं.
(इनपुट-एजेंसी)