न्यूयॉर्क सिटी: इजरायल और हमास की लड़ाई के बीच अमेरिकी खुफिया विभाग की ओर से एक बड़ा खुलासा हुआ है. सीएनएन की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने हमास की ओर से इजरायल पर संभावित हमले को लेकर चेतावनी जारी की थी. सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, खुफिया विभाग के सूत्रों ने उन्हें बताया कि अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने इजरायल की ओर से प्रदान की गई खुफिया जानकारी के आधार पर कम से कम चेतावनियां जारी की थी.
अमेरिकी खुफिया विभाग ने बाइडेन प्रशासन को हमले से पहले के फिलिस्तीनी-इजरायल संघर्ष के बढ़ते जोखिम की चेतावनी दी थी. सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में 28 सितंबर को अमेरिकी खुफिया विभाग की ओर से बाइडेन प्रशासन को अपडेट जानकारी दी थी. सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल की खुफिया एजेंसियों की ओर से प्राप्त हुई सूचनाओं की श्रृंखला के आधार पर अमेरिकी सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों ने चेतावनी जारी की थी.
हालांकि, उन चेतावनियों में चौतरफा हमलों की बात नहीं कही गई थी. बाइडेन प्रशासन को दिये गये अपडेट के मुताबिक आतंकवादी समूह हमास सीमा पार रॉकेट हमलों की तादाद बढ़ाने के लिए तैयार था. दूसरी चेतावनी 5 अक्टूबर को जारी की गई थी. सीआईए की ओर से भेजी वायर्ड जानकारी के मुताबिक हमास की ओर से हिंसा को बढ़ावा देने की चेतावनी जारी की गई थी.
फिर, हमले से एक दिन पहले, 6 अक्टूबर को, अमेरिकी अधिकारियों ने इजराइल से हमास की ओर से असामान्य गतिविधि का संकेत मिलने की जानकारी बाइडेन प्रशासन की दी थी. जिसकी पुष्टी 7 अक्टूबर को हमास के अप्रत्याशित हमले के बाद हो गई.
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, हालांकि, सीआईए या किसी अन्य अमेरिकी खुफिया एजेंसी की ओर से इस तरह के व्यापक और चौतरफा हमले की चेतावनी नहीं दी गई थी. सीएनएन की रिपोर्ट में 7 अक्टूबर को किए गए हमास के हमले को व्यापक पैमाने पर की गई सरासर क्रूरता करार देते हुए कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि क्या अमेरिकी एजेंसियों ने इस आकलन को इजराइल के साथ साझा किया था या नहीं. सीएनएन ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि इजरायल और अमेरिका लगातार एक दूसरे से खुफिया जानकारियां साझा करते रहते हैं.
खुफिया विभाग के एक सूत्र के हवाले से सीएनएन ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि इजराइल, गाजा और वेस्ट बैंक के बारे में आने वाली खुफिया जानकारियों पर वरिष्ठ अधिकारी प्रतिदिन चर्चा करते हैं. ये क्षेत्र अमेरिकी खुफिया विभाग के 'हॉट स्पॉट' सूची में शामिल हैं.