रियो डी जेनेरियो: ब्राजील में धुएं से भरी एक एसयूवी में फेडरल हाईवे पुलिस के दो अधिकारियों द्वारा एक अश्वेत व्यक्ति को जबरन पकड़े रहने और दम घुटने से उसकी मौत होने का वीडियो सामने आने के बाद देश में जनआक्रोश फैल गया है. उत्तर-पूर्वी राज्य सर्जिप में मंगलवार को रिकॉर्ड किए गए इस वीडियो में दो पुलिस अधिकारियों को 38 वर्षीय जेनिवाल्डो डी जीसस सैंटोस को जबरन धुएं से भरी एसयूवी में खींचते देखा जा सकता है. इस दौरान जीसस को रहम की भीख मांगते और चिल्लाते हुए सुना जा सकता है.
वीडियो में एसयूवी के बाहर सिर्फ जीसस के पैर नजर आ रहे हैं, जो कुछ समय बाद हरकत करना बंद कर देते हैं. इसके सोशल मीडिया पर प्रसारित होने के बाद उपयोगकर्ताओं का गुस्सा भड़क उठा. दर्जनों लोग बुधवार को उम्बाबा में विरोध-प्रदर्शन के लिए एकत्र हुए, जहां उन्होंने एक सड़क मार्ग को अवरुद्ध कर दिया और कई जगहों पर आगजनी की.
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ट्विटर पर साझा किए गए विरोध-प्रदर्शन के वीडियो में एक व्यक्ति को यह कहते हुए सुना जा सकता है, 'जनता बेहद नाराज है.' वहीं, दूसरा व्यक्ति लाउडस्पीकर के माध्यम से यह कहता नजर आ रहा है, 'पुलिस ने उस निर्दोष की हत्या कर दी!' वहीं, फेडरल हाईवे पुलिस ने एक बयान जारी कर सफाई दी कि वह व्यक्ति काफी आक्रामक था और अधिकारियों ने उस पर काबू पाने के लिए हल्के बल का प्रयोग किया.
बयान के मुताबिक, जीसस एसयूवी से एक पुलिस थाने ले जाते समय बीमार पड़ गया और उसे अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. प्रारंभिक ऑटोप्सी में जीसस की दम घुटने से मौत होने की बात सामने आई है.