लंदन : विश्व स्वास्थ्य संगठन के यूरोप कार्यालय के प्रमुख ने कहा है कि समूचे महाद्वीप में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले में बेतहाशा वृद्धि ने प्रतिबंधात्मक उपायों की जरूरत बताई है. साथ ही, उन्होंने महामारी को रोकने के लिए इन्हें बिल्कुल आवश्यक बताया.
इस बीच, जर्मनी, चेक गणराज्य और इटली में प्रतिदिन बड़ी संख्या में सामने आ रहे संक्रमण के मामलों के चलते यह आशंका बढ़ गई है कि महामारी यूरोप में अनियंत्रित होते जा रही है.
जर्मनी में पिछले 24 घंटे में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के 6,638 नए मामले सामने आए. चेक गणराज्य में बुधवार को 9,544 नए मामले सामने आए थे.
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बुधवार रात फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने एक दिसंबर तक रात नौ बजे के बाद पेरिस सहित नौ क्षेत्रों में रात में कर्फ्यू की घोषणा की थी.
इटली में बुधवार को 7,332 नए मामले सामने आए.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के यूरोप कार्यालय के प्रमुख डॉ. हैंस क्लुग ने गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस तरह की अभूतपूर्व परिस्थिति में कहीं अधिक कठोर कदम उठाने की जरूरत है. उन्होंने देशों और वहां के नागरिकों से वायरस को नियंत्रित करने की कोशिशों में समझौता नहीं करने की अपील की.
डॉ. क्लुग ने कहा कोरोना वायरस संक्रमण यूरोप में होने वाली मौत का पांचवां प्रमुख कारण हो गया है. उन्होंने इस बात का भी जिक्र किया कि क्षेत्र में हाल ही में प्रतिदिन होने वाली मौत का आंकड़ा 8,000 को पार कर गया है.
यूरोप में कोविड-19 के अंतिम 10 लाख मामले महज 10 दिनों में सामने आए हैं.