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यूक्रेन संकट: ब्रिटेन ने रूस, बेलारूस पर लगाए प्रतिबंध

रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध (Russia Ukraine War) के बीच ब्रिटेन ने कड़ा रुख अपनाया है. ब्रिटेन ने रूस के खिलाफ और प्रतिबंध लगाए हैं. इसके साथ ही रूसी हमले में भूमिका को लेकर बेलारूस के खिलाफ भी पहली दंडात्मक कार्रवाई की है.

boris johnson
बॉरिस जॉनसन
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Published : Mar 2, 2022, 6:26 PM IST

लंदन : ब्रिटेन ने रूस के खिलाफ और प्रतिबंध लगाए हैं तथा उसने यूक्रेन पर रूसी हमले में भूमिका को लेकर बेलारूस के खिलाफ भी पहली दंडात्मक कार्रवाई की है. मॉस्को के खिलाफ मंगलवार को घोषित नए प्रतिबंधों में ब्रिटेन ने रूस के जहाजों को अपने बंदरगाहों पर प्रतिबंधित कर दिया है. प्रतिबंधों में रूस से जुड़े किसी भी व्यक्ति के स्वामित्व या संचालन वाले जहाजों को शामिल किया गया है और ब्रिटेन के अधिकारियों को रूसी जहाजों को जब्त करने के लिए नई शक्तियां दी गई हैं.

वहीं, बेलारूस के खिलाफ की गई पहली दंडात्मक कार्रवाई में ब्रिटेन ने चार वरिष्ठ रक्षा अधिकारियों और दो सैन्य उद्यमों पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिए हैं. ब्रिटेन की विदेश मंत्री लिज़ ट्रस ने कहा, 'हम व्लादिमीर पुतिन और उनके सबसे करीबी लोगों को आर्थिक पीड़ा पहुंचा रहे हैं. हम तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता बहाल नहीं हो जाती.'

उन्होंने कहा कि यूक्रेन पर हमले में बेलारूस के शासक अलेक्‍जेंडर लुकाशेंको ने मदद की है और उन्हें रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का समर्थन करने के लिए आर्थिक परिणाम भुगतने पड़ेंगे. प्रतिबंधों में शामिल किए गए लोगों में बेलारूस के चीफ ऑफ जनरल स्टाफ और प्रथम उप रक्षा मंत्री मेजर जनरल विक्टर गुलेविच भी शामिल हैं. ब्रिटेन के विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (एफसीडीओ) ने कहा कि गुलेविच बेलारूसी सशस्त्र बलों को निर्देशित करने के लिए जिम्मेदार हैं, जिन्होंने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण में सहायता की है.

ब्रिटेन ने बेलारूस के उद्यमों-जेएससी 558 विमान मरम्मत संयंत्र और सैन्य उद्देश्य से जुड़े सेमीकंडक्टर निर्माता जेएससी इंटीग्रल पर भी प्रतिबंध लगा दिए हैं. जेएससी 558 बारानोविची हवाई प्रतिष्ठान पर सैन्य विमानों का रखरखाव करती है जहां से रूसी विमानों ने आक्रमण के लिए उड़ान भरी. प्रतिबंधों में शामिल व्यक्ति ब्रिटेन की यात्रा करने में असमर्थ होंगे और ब्रिटेन स्थित उनकी कोई भी संपत्ति जब्त कर ली जाएगी.

इस बीच, रूस के सेंट्रल बैंक और राज्य के संप्रभु धन कोष के खिलाफ अतिरिक्त आर्थिक प्रतिबंधों का मतलब है कि रूस की अधिकतर वित्तीय प्रणाली अब ब्रिटेन के प्रतिबंधों की जद में है. ट्रस ने कहा, 'ब्रिटेन के बंदरगाहों पर रूसी जहाजों पर प्रतिबंध और इसके सेंट्रल बैंक सहित प्रमुख रूसी वित्तीय संस्थानों के खिलाफ नए आर्थिक प्रतिबंध, हमारे सहयोगियों के साथ निकट समन्वय में, रूस की अर्थव्यवस्था को कमजोर करेंगे तथा पुतिन को हराने में मदद करेंगे.'

रूस का प्रत्यक्ष निवेश कोष (आरडीआईएफ) देश का संप्रभु धन कोष है. इस पर तथा इसके मुख्य कार्यकारी किरिल दिमित्रीव पर भी प्रतिबंध लगा दिए गए हैं.

पढ़ें- यूक्रेन-रूस युद्ध : अमेरिका-ईयू को झटका, रूस पर वित्तीय प्रतिबंध में शामिल नहीं होगा चीन

पढ़ें- यूक्रेन संकट: यूरोप के दौरे पर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री जॉनसन

(पीटीआई-भाषा)

लंदन : ब्रिटेन ने रूस के खिलाफ और प्रतिबंध लगाए हैं तथा उसने यूक्रेन पर रूसी हमले में भूमिका को लेकर बेलारूस के खिलाफ भी पहली दंडात्मक कार्रवाई की है. मॉस्को के खिलाफ मंगलवार को घोषित नए प्रतिबंधों में ब्रिटेन ने रूस के जहाजों को अपने बंदरगाहों पर प्रतिबंधित कर दिया है. प्रतिबंधों में रूस से जुड़े किसी भी व्यक्ति के स्वामित्व या संचालन वाले जहाजों को शामिल किया गया है और ब्रिटेन के अधिकारियों को रूसी जहाजों को जब्त करने के लिए नई शक्तियां दी गई हैं.

वहीं, बेलारूस के खिलाफ की गई पहली दंडात्मक कार्रवाई में ब्रिटेन ने चार वरिष्ठ रक्षा अधिकारियों और दो सैन्य उद्यमों पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिए हैं. ब्रिटेन की विदेश मंत्री लिज़ ट्रस ने कहा, 'हम व्लादिमीर पुतिन और उनके सबसे करीबी लोगों को आर्थिक पीड़ा पहुंचा रहे हैं. हम तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता बहाल नहीं हो जाती.'

उन्होंने कहा कि यूक्रेन पर हमले में बेलारूस के शासक अलेक्‍जेंडर लुकाशेंको ने मदद की है और उन्हें रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का समर्थन करने के लिए आर्थिक परिणाम भुगतने पड़ेंगे. प्रतिबंधों में शामिल किए गए लोगों में बेलारूस के चीफ ऑफ जनरल स्टाफ और प्रथम उप रक्षा मंत्री मेजर जनरल विक्टर गुलेविच भी शामिल हैं. ब्रिटेन के विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (एफसीडीओ) ने कहा कि गुलेविच बेलारूसी सशस्त्र बलों को निर्देशित करने के लिए जिम्मेदार हैं, जिन्होंने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण में सहायता की है.

ब्रिटेन ने बेलारूस के उद्यमों-जेएससी 558 विमान मरम्मत संयंत्र और सैन्य उद्देश्य से जुड़े सेमीकंडक्टर निर्माता जेएससी इंटीग्रल पर भी प्रतिबंध लगा दिए हैं. जेएससी 558 बारानोविची हवाई प्रतिष्ठान पर सैन्य विमानों का रखरखाव करती है जहां से रूसी विमानों ने आक्रमण के लिए उड़ान भरी. प्रतिबंधों में शामिल व्यक्ति ब्रिटेन की यात्रा करने में असमर्थ होंगे और ब्रिटेन स्थित उनकी कोई भी संपत्ति जब्त कर ली जाएगी.

इस बीच, रूस के सेंट्रल बैंक और राज्य के संप्रभु धन कोष के खिलाफ अतिरिक्त आर्थिक प्रतिबंधों का मतलब है कि रूस की अधिकतर वित्तीय प्रणाली अब ब्रिटेन के प्रतिबंधों की जद में है. ट्रस ने कहा, 'ब्रिटेन के बंदरगाहों पर रूसी जहाजों पर प्रतिबंध और इसके सेंट्रल बैंक सहित प्रमुख रूसी वित्तीय संस्थानों के खिलाफ नए आर्थिक प्रतिबंध, हमारे सहयोगियों के साथ निकट समन्वय में, रूस की अर्थव्यवस्था को कमजोर करेंगे तथा पुतिन को हराने में मदद करेंगे.'

रूस का प्रत्यक्ष निवेश कोष (आरडीआईएफ) देश का संप्रभु धन कोष है. इस पर तथा इसके मुख्य कार्यकारी किरिल दिमित्रीव पर भी प्रतिबंध लगा दिए गए हैं.

पढ़ें- यूक्रेन-रूस युद्ध : अमेरिका-ईयू को झटका, रूस पर वित्तीय प्रतिबंध में शामिल नहीं होगा चीन

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(पीटीआई-भाषा)

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