लंदन : ब्रिटेन के विपक्षी दल लेबर पार्टी ने भी रविवार को मांग की कि प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को भारत में पाए गए कोरोना वायरस के 'दोहरे उत्परिवर्तन' वाले स्वरूप के चलते नई दिल्ली की अपनी यात्रा रद्द कर देनी चाहिए.
जॉनसन की भारत यात्रा अगले रविवार से शुरू होनी है. ब्रिटेन में विभिन्न तबकों की ओर से यह मांग की जा रही है कि कोरोना वायरस के भारत में पाए गए स्वरूप के चलते जॉनसन को नई दिल्ली की यात्रा करने से बचना चाहिए.
पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड (पीएचई) ने कहा है कि ब्रिटेन में पिछले महीने से कोरोना वायरस के तथाकथित 'डबल म्यूटैंट' (दोहरे उत्परिवर्तन वाले) भारतीय स्वरूप से जुड़े 77 मामले सामने आए हैं. वायरस के इस स्वरूप को 'वैरियंट अंडर इन्वेस्टिगेशन' (वीयूआई) श्रेणी में रखा गया है.
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डाउनिंग स्ट्रीट ने पूर्व में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री की संक्षिप्त भारत यात्रा के कार्यक्रम की पुष्टि की थी जिसमें 26 अप्रैल, सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ वार्ता का कार्यक्रम भी शामिल है.
लेबर पार्टी के नेता स्टीव रीड ने कहा, 'मेरी समझ में नहीं आता कि प्रधानमंत्री भारत सरकार के साथ जूम के माध्यम से बातचीत क्यों नहीं कर सकते.' उन्होंने स्काई न्यूज से कहा, 'प्रधानमंत्री को, सार्वजनिक जीवन में हम सबकी तरह, एक उदाहरण स्थापित करने की जरूरत है.'
ब्रिटेन के पर्यावरण मंत्री जॉर्ज ईयूस्टिस ने हालांकि कहा कि इस बात का कोई साक्ष्य नहीं है कि वायरस का भारतीय स्वरूप टीका प्रतिरक्षण से बच सकता है या यह अधिक घातक है. उन्होंने कहा, 'हालांकि इसे (वायरस के तथाकथित भारतीय स्वरूप) को हम देख रहे हैं और इसका अध्ययन किया जाएगा.'