लंदन : भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी ने मंगलवार को लंदन की वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट अदालत में 28 दिन पर होने वाली नियमित रिमांड सुनवाई के लिए वीडियो लिंक के माध्यम से पेशी दर्ज कराई, जहां प्रत्यर्पण मामले में सुनवाई पूरी करने के लिए नीरव की रिमांड सात जनवरी तक बढ़ा दी गई.
करीब दो अरब डॉलर के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले के मामले में वांछित हीरा कारोबारी को भारत के प्रत्यर्पण अनुरोध के बाद पिछले साल ब्रिटेन में गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद से 49 वर्षीय नीरव दक्षिण-पश्चिम लंदन की वैंड्सवर्थ जेल में बंद है.
प्रत्यर्पण मामले में अंतिम सुनवाई अगले साल सात और आठ जनवरी को होनी है, जब डिस्ट्रिक्ट जज गूजी दोनों पक्षों की अंतिम दलीलों पर सुनवाई पूरी करेंगे और कुछ सप्ताह बाद अपना फैसला सुनाएंगे.
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जज गूजी ने नंबवर में मामले में अंतिम पूर्ण सुनवाई में सीबीआई तथा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा मुहैया कराये गये कुछ गवाहों के बयानों की स्वीकार्यता के लिए और उसके खिलाफ दलीलों पर सुनवाई की थी और व्यवस्था दी थी कि भगोड़े कारोबारी के खिलाफ धोखाधड़ी तथा धनशोधन का प्रथम दृष्टया मामला साबित करने के लिए साक्ष्य व्यापक रूप से स्वीकार्य हैं.
उन्होंने कहा था कि वह खुद को किंगफिशर एयरलाइन्स के पूर्व प्रमुख विजय माल्या के प्रत्यर्पण के मामले में ब्रिटिश अदालत की पहले की व्यवस्थाओं से बंधे हुए हैं.