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यूनान में पिकासो की नौ साल पहले चोरी हुई पेंटिंग बरामद, संदिग्ध गिरफ्तार

पाब्लो पिकासो की एक पेंटिंग को नौ साल पहले चुराने के संदेह में 49 वर्षीय एक मजदूर को गिरफ्तार कर लिया गया है. अब उस पेन्टिंग को एथेंस में हाल में पुनर्निर्मित नेशनल गैलरी में फिर से प्रदर्शित किया जाएगा.

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Published : Jun 29, 2021, 6:41 PM IST

एथेंस : पाब्लो पिकासो की पेंटिंग को नौ साल पहले चुराने के संदेह में 49 वर्षीय एक मजदूर को गिरफ्तार कर लिया गया है. अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि पिकासो की वूमन्स हेड और डच चित्रकार पीएट मोंड्रियन की स्टेमर मिल विथ समर हॉउस पेंटिंग को एथेंस की नेशनल गैलरी से 2012 में चुरा लिया गया था.

संदिग्ध को पूछताछ के लिए हिरासत में लिए जाने के बाद एथेंस के बाहरी इलाके में एक नदी के सूखे तल में प्लास्टिक में लपेटी हुई दोनों पेंटिंग बरामद की गई. पिकासो की पेंटिंग, द्वितीय विश्वयुद्ध में जर्मनी का प्रतिकार करने वाले यूनानी लोगों के सम्मान में 1949 में यूनान को दान दी गई थी. संस्कृति मंत्री लीना मेंडोनी ने कहा कि इस पेंटिंग का विशेष महत्व और भावनात्मक मूल्य है क्योंकि फासीवादी नाजी ताकतों के विरुद्ध यूनानी लोगों के संघर्ष के सम्मान में महान चित्रकार (पिकासो) ने इसे खुद यूनानी लोगों को दिया था. इस पर उन्होंने (पिकासो) अपने हाथों से लिखा भी है.

यह भी पढ़ें-रूस ने छापों के जरिए खोजी पत्रकारों को निशाना बनाया

नेशनल गैलरी को नौ साल चले पुनर्निर्माण कार्य और महामारी के कारण कई महीनों तक बंद रखने के बाद हाल में खोला गया था. मेंडोनी ने यह नहीं बताया कि बरामद की गई पेंटिंग को दोबारा कब प्रदर्शित किया जाएगा. पुलिस ने कहा कि संदिग्ध एक यूनानी व्यक्ति है और ऐसा लगता है कि उसने अकेले चोरी को अंजाम दिया.

(पीटीआई-भाषा)

एथेंस : पाब्लो पिकासो की पेंटिंग को नौ साल पहले चुराने के संदेह में 49 वर्षीय एक मजदूर को गिरफ्तार कर लिया गया है. अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि पिकासो की वूमन्स हेड और डच चित्रकार पीएट मोंड्रियन की स्टेमर मिल विथ समर हॉउस पेंटिंग को एथेंस की नेशनल गैलरी से 2012 में चुरा लिया गया था.

संदिग्ध को पूछताछ के लिए हिरासत में लिए जाने के बाद एथेंस के बाहरी इलाके में एक नदी के सूखे तल में प्लास्टिक में लपेटी हुई दोनों पेंटिंग बरामद की गई. पिकासो की पेंटिंग, द्वितीय विश्वयुद्ध में जर्मनी का प्रतिकार करने वाले यूनानी लोगों के सम्मान में 1949 में यूनान को दान दी गई थी. संस्कृति मंत्री लीना मेंडोनी ने कहा कि इस पेंटिंग का विशेष महत्व और भावनात्मक मूल्य है क्योंकि फासीवादी नाजी ताकतों के विरुद्ध यूनानी लोगों के संघर्ष के सम्मान में महान चित्रकार (पिकासो) ने इसे खुद यूनानी लोगों को दिया था. इस पर उन्होंने (पिकासो) अपने हाथों से लिखा भी है.

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नेशनल गैलरी को नौ साल चले पुनर्निर्माण कार्य और महामारी के कारण कई महीनों तक बंद रखने के बाद हाल में खोला गया था. मेंडोनी ने यह नहीं बताया कि बरामद की गई पेंटिंग को दोबारा कब प्रदर्शित किया जाएगा. पुलिस ने कहा कि संदिग्ध एक यूनानी व्यक्ति है और ऐसा लगता है कि उसने अकेले चोरी को अंजाम दिया.

(पीटीआई-भाषा)

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