लंदन : सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के ओरियल कॉलेज के बाहर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने इस दौरान सेसिल रोड्स की प्रतिमा को हटाने की मांग की.
जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद से ब्लैक लाइव्स मैटर के समर्थक प्रदर्शन कर रहे है. इसके बाद से मूर्ति हटाने के लिए लंबे समय से चल रहे अभियान एक बार फिर तेज हो गया.
यह प्रदर्शन एक दिन बाद आया जब ब्रिटेन में नस्लवाद विरोधी प्रदर्शनकारियों ने ब्रिस्टल में गुलाम लोगों का व्यापार करने वाले एडवर्ड कॉलस्टन की प्रतिमा को नीचे गिरा दिया.
एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि औपनिवेशिक प्रतिनिधित्व होना शर्मनाक है, यह 'अफ्रीकी देशों से चोरी करना' है. वहीं ब्रिटिश इतिहासकार और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के प्रोफेसर पीटर फ्रेंकोपैन ने कहा कि 'सभी को बहुत सावधान रहना होगा' क्योंकि ब्रिटेन का निर्माण अन्य देशों से ली गई संपत्ति पर हुआ था.
अमेरिका में 25 मई को जॉर्ज फ्लॉयड की मौत ने पुलिस की बर्बरता, नस्लवाद और सामाजिक अन्याय के खिलाफ दुनियाभर में आंदोलन छेड़ दिया.
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ऑक्सफोर्ड में भीड़ ने जार्ज फ्लॉयड की मौत के विरोध में प्रदर्शन किया और 8 मिनट और 46 सेकेंड तक मौन रखा. मिनियापोलिस के पुलिस अधिकारी डेरेक चाउविन ने फ्लोयड की गर्दन पर अपना घुटने रखे थे.
सेसिल रोड्स 19वीं शताब्दी के अंत में ब्रिटिश साम्राज्यवाद में अग्रणी शख्सियतों में से एक थे. रोड्स को एक व्यापारी के रूप में और बाद में केप कॉलोनी के प्रधानमंत्री के रूप में जाना गया. उन्होंने दक्षिणी अफ्रीका के विशाल क्षेत्रों पर नियंत्रण हासिल करने के लिए साम्राज्य को आगे बढ़ाने का काम किया था.
लंदन के मेयर ने कहा कि अन्य साम्राज्यवादी मूर्तियों को ब्रिटेन की सड़कों से हटाया जा सकता है, क्योंकि मिनियापोलिस में जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या ने दुनिया भर में विरोध प्रदर्शन जारी है.