वेलिंग्टन: न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न ने लापता नर्स लुइसा अकावी की पहचान सार्वजनिक करने पर बयान दिया. साथ ही उन्होंने इंटरनेशनल कमिटि ऑफ रेडक्रॉस (ICRC) की तरफ अपनी नाराजगी भी जताई.
गौरतलब है कि 2013 में नर्स लुइसा अकावी के गायब होने के बाद से ही मीडिया ब्लैकआउट हो गया था.
बता दें कि नर्स लुइसा अकावी सीरियाई चालकों अला रजाब और नबील बाकदुनूज को रेड क्रॉस के काफिले के साथ जाते समय देश के उत्तर-पश्चिम में इदलिब से अपहृत कर लिया गया था. हथियार से लैस लोगों ने 13 अक्टूबर 2013 को काफिले को रोक सात लोगों का अपहरण कर लिया था, जिनमें से चार लोगों को अगले दिन ही छोड़ दिया गया था.
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आईसीआरसी ने कहा कि उनका मानना है कि इस्लामिक स्टेट समूह (आईएस) ने उनका अपहरण किया था. एक समाचार पत्र द्वारा रविवार को मामले की सूचना देने के बाद, ICRC ने सार्वजनिक रूप से इसकी पुष्टि की.
गौरतलब है कि आईसीआरसी ने इतने वर्षों में पहली बार उसके संबंध में यह जानकारी साझा की है.
आईसीआरसी के इस बयान पर न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न ने स्पष्ट किया कि वह आईसीआरसी के फैसले से असहमत हैं. उन्होंने कहा, 'यह पूरी तरह से सरकार का दृष्टिकोण है. अगर यह मामला सार्वजनिक क्षेत्र नहीं हो, तो ही बेहतर होगा. यदि मामला सार्वजनिक हुआ तो नर्स की जान खतरे में पड़ सकती है.'