लंदनः ब्रिटेन में संसद के निलंबन को मंजूरी के खिलाफ शुक्रवार से प्रदर्शन शुरू हो गए हैं. ब्रेग्जिट विरोधी कार्यकर्ताओं ने लंदन, कैंब्रिज, बर्मिंघम और डरहम सहित 15 शहरों में रैलियां निकालीं.
इसी बीच आज हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी लंदन की डाउनिंग स्ट्रीट में प्रदर्शन के लिए लाखों लोग इकट्ठा हुए, लोगों की मांग है कि पीएम संसद के निलंबन का फैसला वापस लें. आज ही बेलफास्ट और यॉर्क शहरो में संसद के निलंबन के खिलाफ प्रदर्शन हुए.
प्रदर्शनकारी ने कहा प्रधानमंत्री के इस कदम से 28 सदस्यीय आर्थिक संगठन यूरोपीय संघ (ईयू) से ब्रिटेन के बाहर निकलने की 31 अक्टूबर की समय सीमा से पहले सांसदों को चर्चा के लिये बमुश्किल ही समय मिल पाएगा.
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जब संसद में ब्रेग्जिट पर बहस होने की उम्मीद थी, उसी समय संसद को निलंबन कर दिया गया है.
प्रदर्शन के लिए इकट्ठा लोगों ने कहा कि बोरिस आप पर शर्म आती है, हम लोगों आप से ऐसी उम्मीद नहीं थी.
ब्रिटेन के हॉउस आफ कॉमन्स के अध्यक्ष जॉन बार्को कहा कि यह पूरी तरह स्पष्ट है कि निलंबन का मकसद ब्रेग्जिट पर चर्चा करने से संसद को रोकना और देश के भविष्य को तय करने के उसके कर्तव्य को रोकना है.
गौरतलब हैकि ब्रिटेन की संसद भंग के खिलाफ लगभग 13 मिलियन लोगों ने अर्जी पर दस्तखत कर पीएम जॉनसन से संसद निलंबन का फैसला वापस लेने को कहा है.
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दरसल, पीएम जानसन की आग्रह पर महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने संसद के निलंबन की मंजूरी दे दी थी. ब्रिटेन की संसद 10 सितंबर से 14 अक्टूबर तक निलंबित रहेगी.
ब्रिटेन की संसद के निलंबन के खिलाफ प्रधानमंत्री बोरिस के राजनीति प्रतिद्वंदियों ने अदालत में अपील की थी. शुक्रवार को स्कॉटलैंड के जज रेमंड देहार्ती ने मामले की 6 सितम्बर को सुनाई से पहले अस्थायी सुनाई की आग्रह को खारिज कर दिया है.