बर्मिंघम: कश्मीरी राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने ब्रिटेन के बर्मिंघम में 'पीस, ह्यूमन राइट्स एंड काउंटर-टेररिज्म' पर अंतर्राष्ट्रीय कश्मीर सम्मेलन' में भाग लिया.
इस सम्मेलन में उन्होंने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) और गिलगित-बाल्टिस्तान पर पाकिस्तान द्वारा किए गए अत्याचारों पर चर्चा की. उन्होंने इस क्षेत्र में भूमि और संसाधनों की व्यापक लूट को भी रेखांकित किया.
पीओके के कार्यकर्ता शब्बीर चौधरी ने कहा, 'इसे आजाद कश्मीर कहा जाता है, लेकिन वहां कोई आजादी नहीं है, हालात खराब से बदतर होते जा रहे हैं, खासकर नदियों के मोड़ से. वे स्थानीय लोगों के लिए भारी समस्या पैदा कर रहे हैं और इसके चलते आने वाले भविष्य में लोग पलायन के लिए मजबूर हो सकते हैं.'
संयुक्त कश्मीर पीपुल्स नेशनल पार्टी (यूकेपीएनपी) के अध्यक्ष शौकत अली ने बताया, 'गिलगित-बाल्टिस्तान दुनिया में सबसे वंचित क्षेत्रों में से एक है. दुर्भाग्य से पाकिस्तान ने अभी भी अपनी नीतियों को नहीं बदला है. वे अभी भी आतंकवाद को एक उपकरण के रूप में उपयोग कर रहे हैं.'
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उन्होंने आगे कहा, वे अधिक शक्तिशाली हैं क्योंकि आईएसआई और अन्य सुरक्षा एजेंसियां उनका समर्थन कर रही हैं.