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ब्रिटेन : जनवरी के बाद पहली बार एक दिन में मिले 32 हजार कोरोना के मामले

जनवरी के बाद पहली बार ब्रिटेन में दैनिक कोविड-19 मामलों की संख्या 32 हजार के पार हुई है. यहां डेल्टा स्वरूप के आने के बाद मामलों में तेजी से वृद्धि देखने को मिली है.

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Published : Jul 8, 2021, 6:10 PM IST

लंदन : ब्रिटेन में जनवरी के बाद पहली बार एक दिन में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामलों की संख्या 32 हजार के पार पहुंच गई है. संक्रमण के मामलों में वृद्धि ऐसे समय में हुई है जब सरकार इंग्लैंड में बाकी बची पाबंदियों में ढील देने की तैयारी कर रही है.

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, बुधवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 32,548 नए मामले आए जो 23 जनवरी के बाद सबसे अधिक हैं. ब्रिटेन में वंसत ऋतु के दौरान कोविड-19 के मामलों की संख्या 5,000 से नीचे चली गई थी लेकिन वायरस के अधिक संक्रामक डेल्टा स्वरूप के आने के बाद मामलों में तेजी से वृद्धि देखने को मिली है. डेल्टा स्वरूप की सबसे पहले पहचान भारत में हुई थी.

मामलों में वृद्धि के बावजूद सरकार का कहना है कि उसका लक्ष्य अब भी 19 जुलाई को, इंग्लैंड में लगी सभी पांबदियों को हटाने का है. हालांकि, कई वैज्ञानिकों का कहना है कि सरकार का यह कदम खतरनाक होगा.

पढ़ें :- कोरोना महामारी ने ली 40 लाख लोगों की जान : एंटोनियो गुटेरेस

स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद ने कहा कि इस साल गर्मियों में संक्रमण के दैनिक मामलों की संख्या 10 हजार के पार नहीं जाएगी और यह पिछली लहर के स्तर पर नहीं पहुंची है.

प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की सरकार उम्मीद कर रही है कि तेजी से टीकाकरण से लोगों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी। सरकार का कहना है टीकाकरण से मरीजों के अस्पताल में भर्ती होने या मौत की संख्या सीमित होगी.

(एपी)

लंदन : ब्रिटेन में जनवरी के बाद पहली बार एक दिन में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामलों की संख्या 32 हजार के पार पहुंच गई है. संक्रमण के मामलों में वृद्धि ऐसे समय में हुई है जब सरकार इंग्लैंड में बाकी बची पाबंदियों में ढील देने की तैयारी कर रही है.

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, बुधवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 32,548 नए मामले आए जो 23 जनवरी के बाद सबसे अधिक हैं. ब्रिटेन में वंसत ऋतु के दौरान कोविड-19 के मामलों की संख्या 5,000 से नीचे चली गई थी लेकिन वायरस के अधिक संक्रामक डेल्टा स्वरूप के आने के बाद मामलों में तेजी से वृद्धि देखने को मिली है. डेल्टा स्वरूप की सबसे पहले पहचान भारत में हुई थी.

मामलों में वृद्धि के बावजूद सरकार का कहना है कि उसका लक्ष्य अब भी 19 जुलाई को, इंग्लैंड में लगी सभी पांबदियों को हटाने का है. हालांकि, कई वैज्ञानिकों का कहना है कि सरकार का यह कदम खतरनाक होगा.

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स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद ने कहा कि इस साल गर्मियों में संक्रमण के दैनिक मामलों की संख्या 10 हजार के पार नहीं जाएगी और यह पिछली लहर के स्तर पर नहीं पहुंची है.

प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की सरकार उम्मीद कर रही है कि तेजी से टीकाकरण से लोगों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी। सरकार का कहना है टीकाकरण से मरीजों के अस्पताल में भर्ती होने या मौत की संख्या सीमित होगी.

(एपी)

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