जिनेवा : संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने जलवायु परिवर्तन, संघर्षों और दमनपूर्ण कार्रवाइयों को लेकर चिंताओं के बीच सात सूत्री योजना जारी करते हुए देशों, उद्योगों और सभी लोगों से सोमवार को दुनियाभर में मानवाधिकारों को नये सिरे से स्थापित करने की दिशा में 'कार्रवाई का आह्वान' जारी किया.
संरा महासचिव गुतारेस ने जिनेवा में मानवाधिकार परिषद के नये सत्र की शुरूआत में अपील की. इसे परिषद की उच्चस्तरीय इकाई माना जाता है क्योंकि इसमें लीबिया के प्रधानमंत्री और जर्मनी, सऊदी अरब तथा दक्षिण कोरिया जैसे देशों के विदेश मंत्री समेत अनेक मेहमान भाग लेते हैं.
गुतारेस ने व्यापक तौर पर कहा, 'मैं मानवाधिकारों को बढ़ावा देने के लिए अंतरराष्ट्रीय संवाद और सहयोग के आधार मानवाधिकार परिषद में कार्रवाई के लिए आह्वान करने आया हूं.'
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा कि वह अब बोलना चाहते हैं क्योंकि मानवाधिकारों पर हमले हो रहे हैं.
उनकी सात सूत्री योजना में मानवाधिकारों को सतत विकास, संकट रोकथाम, लैंगिक समानता, डिजिटल युग का विकास, अभिव्यक्ति की आजादी और सिविल सोसायटी जैसे मुद्दों से जोड़ना शामिल है.
उन्होंने कहा, 'लोगों के जीवनस्तर में सार्थक बदलाव के मापदंडों से सफलता मापी जानी चाहिए.'
आर्थिक और सामाजिक विकास को मानवाधिकारों के प्रति रवैये का प्रमुख स्तंभ बनाने वाली चीन की कम्युनिस्ट सरकार की ओर परोक्ष इशारा करते हुए गुतारेस ने कहा, 'आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक अधिकारों के महत्व को कम करना भूल होगी.'
उन्होंने कहा, 'लेकिन यह सोचना भी उतना ही भ्रामक होगा कि ये अधिकार जनता की आजादी की कामना के जवाब के तौर पर पर्याप्त हैं.'