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ब्रिटिश PM टेरेसा मे का ब्रेक्जिट सौदा तीसरी बार खारिज

ब्रिटिश पीएम टेरेसा मे द्वारा पारित ब्रेक्जिट सौदा तीसरी बार खारिज हुआ. मे ने कहा था कि यदि ब्रेक्जिट का उनका समझौता तीसरे प्रयास में पास कर दिया जाता है तो वह पद छोड़ देंगी.

ब्रिटिश पीएम टेरेसा मे (फाइल फोटो)
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Published : Mar 29, 2019, 9:46 PM IST

Updated : Mar 29, 2019, 11:01 PM IST

लंदन: ब्रिटेन को यूरोपीय संघ से अलग करने के करार पर PM थेरेसा मे के एक और प्रस्ताव को ब्रिटिश सांसदों ने शुक्रवार को खारिज कर दिया। यह तीसरी बार है जब थेरेसा मे के प्रस्ताव के खिलाफ सांसदों ने वोट दिया है और इसकी वजह से यूरोपीय संघ से अलग होने की प्रक्रिया, ब्रेक्सिट को लेकर असमंजस की स्थिति और बढ़ गई है.
एक रिपोर्ट के अनुसार, ब्रेक्सिट पर थेरेसा मे के इस करार मसौदे के पक्ष में संसद में 286 और विपक्ष में 344 मत पड़े.

संयोग यह है कि शुक्रवार को ही ब्रिटेन का यूरोपीय यूनियन से अलग होना प्रस्तावित था और शुक्रवार को ही एक और मसौदे के खारिज होने से इस पूरी प्रक्रिया को लेकर असमंजस और बढ़ गया.

मे ने कहा कि इस मतदान के 'गंभीर असर' होंगे और 'कानून' का कहना है कि 12 अप्रैल को युनाइटेड किंगडम (यूके) को अलग होना होगा.

यह तीसरी बार है, जब ब्रेक्सिट पर करार के मसौदे को सांसदों ने खारिज किया है.

'गार्जियन' की रिपोर्ट के अनुसार, यूके, यूरोपीय संघ से अलग होने के लिए और समय की मांग कर सकता है. सांसद अन्य विकल्पों पर सोमवार को विचार करेंगे.

मे ने कहा, 'यह बेहद खेद का विषय है कि सदन यूरोपीय संघ से व्यवस्थित तरीके से अलग होने का एक बार फिर समर्थन नहीं कर सका. इस फैसले के गंभीर नतीजे होंगे. जो तय है, उसके हिसाब से महज 14 दिनों के अंदर यानी 12 अप्रैल तक यूके को अलग होना है.'

विपक्षी लेबर पार्टी ने मे के इस्तीफे की और चुनाव कराने की मांग की है.

लंदन: ब्रिटेन को यूरोपीय संघ से अलग करने के करार पर PM थेरेसा मे के एक और प्रस्ताव को ब्रिटिश सांसदों ने शुक्रवार को खारिज कर दिया। यह तीसरी बार है जब थेरेसा मे के प्रस्ताव के खिलाफ सांसदों ने वोट दिया है और इसकी वजह से यूरोपीय संघ से अलग होने की प्रक्रिया, ब्रेक्सिट को लेकर असमंजस की स्थिति और बढ़ गई है.
एक रिपोर्ट के अनुसार, ब्रेक्सिट पर थेरेसा मे के इस करार मसौदे के पक्ष में संसद में 286 और विपक्ष में 344 मत पड़े.

संयोग यह है कि शुक्रवार को ही ब्रिटेन का यूरोपीय यूनियन से अलग होना प्रस्तावित था और शुक्रवार को ही एक और मसौदे के खारिज होने से इस पूरी प्रक्रिया को लेकर असमंजस और बढ़ गया.

मे ने कहा कि इस मतदान के 'गंभीर असर' होंगे और 'कानून' का कहना है कि 12 अप्रैल को युनाइटेड किंगडम (यूके) को अलग होना होगा.

यह तीसरी बार है, जब ब्रेक्सिट पर करार के मसौदे को सांसदों ने खारिज किया है.

'गार्जियन' की रिपोर्ट के अनुसार, यूके, यूरोपीय संघ से अलग होने के लिए और समय की मांग कर सकता है. सांसद अन्य विकल्पों पर सोमवार को विचार करेंगे.

मे ने कहा, 'यह बेहद खेद का विषय है कि सदन यूरोपीय संघ से व्यवस्थित तरीके से अलग होने का एक बार फिर समर्थन नहीं कर सका. इस फैसले के गंभीर नतीजे होंगे. जो तय है, उसके हिसाब से महज 14 दिनों के अंदर यानी 12 अप्रैल तक यूके को अलग होना है.'

विपक्षी लेबर पार्टी ने मे के इस्तीफे की और चुनाव कराने की मांग की है.

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URG GEN INT
.LONDON FGN30
UK-BREXIT-LD VOTE
UK lawmakers reject PM May's Brexit deal in Parliament
         London, Mar 29 (PTI) British lawmakers on Friday rejected the Brexit deal proposed by Prime Minister Theresa May in Parliament for the third time.
         MPs voted in the House of Commons against the terms of Britain's so-called divorce from the European Union (EU) by 344 to 286.
         May on Wednesday bowed to mounting pressure from within her own Conservative Party and offered to resign as the UK Prime Minister if her MPs agreed to back her twice-defeated Brexit divorce bill to get it over the line in a third parliamentary vote. PTI AKJ
CPS
03292016
NNNN
Last Updated : Mar 29, 2019, 11:01 PM IST
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