ओटावा : जस्टिन ट्रूडो की अगुवाई वाली कनाडा सरकार मुश्किल में घिरती नजर आ रही है. कोरोना वायरस महामारी से निपटने में जस्टिन ट्रूडो सरकार की कार्यप्रणाली पर विपक्ष आक्रामक है. विपक्षी सांसदों की मांग पर कनाडा का हाउस ऑफ कॉमन्स अब देश में कोरोना वायरस महामारी से निपटने में जस्टिन ट्रूडो सरकार की कार्यप्रणाली की जांच करेगा. समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, विपक्षी सांसदों ने जांच के लिए प्रस्ताव पारित किया. सोमवार को विपक्षी कंजर्वेटिव पार्टी का प्रस्ताव 176 में से 152 वोट से पारित किया गया.
प्रस्ताव से सरकार को भारी क्षति हुई
कंजर्वेटिव पार्टी के सांसदों, ब्लॉक क्यूबेक, न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी और ग्रीन पार्टी ने इस प्रस्ताव के लिए मतदान किया. सत्तारूढ़ लिबरल पार्टी के सांसदों ने इसके खिलाफ अपने मतपत्र डाले. इस प्रस्ताव के बाद सरकार को प्रधानमंत्री कार्यालय, प्रिवी काउंसिल ऑफिस, हेल्थ कनाडा, कनाडा की पब्लिक हेल्थ एजेंसी और साथ ही कैबिनेट मंत्रियों के कार्यालयों के मध्य मार्च से अब तक के ईमेल, दस्तावेज, नोट और अन्य रिकॉर्ड्स का खुलासा करने की आवश्यकता होगी. इस प्रस्ताव से सरकार को भारी क्षति हुई है. इसके पारित होने से पहले कई उद्योग समूहों, कंपनियों और अन्य विशेषज्ञों ने इसके खिलाफ बात की.
उद्योग समूह भी चिंतित
उद्योग समूहों ने कहा कि निजी सुरक्षा उपकरण और परीक्षण उपकरणों के आपूर्तिकर्ताओं के साथ संघीय सरकार के व्यापारिक सौदों का विस्तार करने वाले गोपनीय दस्तावेजों को जारी करना कनाडा के निर्माताओं और कनाडा की वैश्विक व्यापार प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा सकता है. इस बीच, विपक्षी दलों ने जोर देकर कहा कि उद्योग के लिए पर्याप्त सुरक्षा है और सत्तारूढ़ लिबरल सरकार भय पैदा करने की कोशिश न करे.