लंदन: ब्रिटेन की संसद ने मंगलवार देर रात प्रधानमंत्री टेरेसा मे के ब्रेग्जिट करार को दूसरी बार खारिज कर दिया. इससे ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से अलग होने की तय तारीख से दो हफ्ते पहले देश अनिश्चितता के दौर में चला गया है.
ब्रिटिश संसद के निचले सदन ‘हाऊस ऑफ कॉमंस’ ने 242 के मुकाबले 391 वोटों से इस करार को खारिज कर दिया. बता दें कि करीब दो महीने पहले जनवरी में निचले सदन ने इस समझौते को अस्वीकार कर दिया था.
इससे पहले ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरेसा मे ने ब्रेक्जिट समझौते पर अपनी पार्टी के सांसदों से अपील की थी कि वे अपनी निजी प्राथिमिकताओं को दरकिनार कर इस समझौते पर एकजुट हों.
ब्रिटिश सांसदों के एक समूह ने ब्रेग्जिट करार को खारिज करने का किया था अनुरोध
इससे पहले ब्रेग्जिट का समर्थन करने वाले सांसदों के एक समूह से उनके सहकर्मियों ने ब्रिटेन के यूरोपीय संघ (ईयू) से अलग होने के करार में बदलावों की पड़ताल करने को कहा.
कंजरवेटिव सांसद बिल कैश ने सांसदों के समूह की ओर से कहा कि हमारे खुद के कानूनी आकलन के आलोक में हम आज सरकार के प्रस्ताव को स्वीकार करने की सिफारिश नहीं कर सकते.
उनमें एक वकील, छह कंजरवेटिव सांसद और नार्दन आयरलैंड्स डेमोक्रेटिक यूनियनिस्ट पार्टी (डीयूपी) के उप नेता निगेल डोड्स भी शामिल हैं.
डीयूपी के 10 सांसदों के समर्थन के बगैर ब्रेग्जिट करार के मंगलवार को हाउस ऑफ कॉमंस में वोट के दौरान पारित होने की संभावना नहीं थी.
ब्रिटेन को 29 मार्च को 28 सदस्यीय यूरोपीय संघ से अलग होना है लेकिन मे इस संबंधी समझौते को लेकर संसद में समर्थन हासिल करने के लिए संघर्ष कर रही हैं.