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ब्रिटेन के विपक्षी दल लेबर पार्टी ने ऑकस सैन्य समझौते को खतरनाक बताया

ब्रिटेन के विपक्षी दल लेबर पार्टी के सदस्यों ने ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और अमेरिका के बीच नए ऑकस (एयूकेयूएस) सैन्य समझौते को विश्व शांति के लिए एक खतरनाक कदम बताते हुए एक आपात प्रस्ताव पारित किया है.

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Published : Sep 28, 2021, 7:02 PM IST

लंदन : ब्रिटेन के विपक्षी दल लेबर पार्टी का वार्षिक सम्मेलन तटीय शहर ब्राइटन में आयोजित हो रहा है, जहां सदस्यों ने सोमवार को आपात प्रस्ताव को आगे बढ़ाया. हालांकि पार्टी नेतृत्व ने इस माह की शुरूआत में समझौते का समर्थन किया था.

इस प्रस्ताव में कंजरवेटिव पार्टी के नेता और प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन पर भी निशाना साधा गया है. प्रस्ताव को 30 फीसदी के मुकाबले 70 फीसदी मतों से पारित कर दिया गया. प्रस्ताव में कहा गया है कि सम्मेलन में शामिल सदस्यों का मानना ​​है कि यह समझौता प्रधानमंत्री जॉनसन के इस बयान के विपरीत है कि यह हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता को बढ़ावा देगा.

यह वास्तव में एक खतरनाक कदम है जो विश्व शांति को प्रभावित करेगा. अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया ने हिंद-प्रशांत में चीन के बढ़ते प्रभाव के बीच रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण इस क्षेत्र के लिए नए त्रिपक्षीय सुरक्षा गठबंधन 'ऑकस' (एयूकेयूएस) की 15 सितंबर को घोषणा की थी.

ताकि वे अपने साझा हितों की रक्षा कर सकें और परमाणु ऊर्जा से संचालित पनडुब्बियां हासिल करने में ऑस्ट्रेलिया की मदद करने समेत रक्षा क्षमताओं को बेहतर तरीके से साझा कर सकें.

यह भी पढ़ें-भारत और चीन के साथ हमारी मित्रता हमारी विदेश नीति के लिए 'सर्वाधिक महत्वपूर्ण' है: नेपाल

लेबर पार्टी के नेता सर कीर स्टर्मर ने पहले गठबंधन का समर्थन किया था और कहा था कि ब्रिटेन को हमारे सबसे महत्वपूर्ण संबंधों का ध्यान रखना चाहिए. लेबर पार्टी के इस सम्मेलन को स्टर्मर के नेतृत्व के लिए पहली बड़ी परीक्षा के रूप में देखा गया है.

(पीटीआई-भाषा)

लंदन : ब्रिटेन के विपक्षी दल लेबर पार्टी का वार्षिक सम्मेलन तटीय शहर ब्राइटन में आयोजित हो रहा है, जहां सदस्यों ने सोमवार को आपात प्रस्ताव को आगे बढ़ाया. हालांकि पार्टी नेतृत्व ने इस माह की शुरूआत में समझौते का समर्थन किया था.

इस प्रस्ताव में कंजरवेटिव पार्टी के नेता और प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन पर भी निशाना साधा गया है. प्रस्ताव को 30 फीसदी के मुकाबले 70 फीसदी मतों से पारित कर दिया गया. प्रस्ताव में कहा गया है कि सम्मेलन में शामिल सदस्यों का मानना ​​है कि यह समझौता प्रधानमंत्री जॉनसन के इस बयान के विपरीत है कि यह हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता को बढ़ावा देगा.

यह वास्तव में एक खतरनाक कदम है जो विश्व शांति को प्रभावित करेगा. अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया ने हिंद-प्रशांत में चीन के बढ़ते प्रभाव के बीच रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण इस क्षेत्र के लिए नए त्रिपक्षीय सुरक्षा गठबंधन 'ऑकस' (एयूकेयूएस) की 15 सितंबर को घोषणा की थी.

ताकि वे अपने साझा हितों की रक्षा कर सकें और परमाणु ऊर्जा से संचालित पनडुब्बियां हासिल करने में ऑस्ट्रेलिया की मदद करने समेत रक्षा क्षमताओं को बेहतर तरीके से साझा कर सकें.

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लेबर पार्टी के नेता सर कीर स्टर्मर ने पहले गठबंधन का समर्थन किया था और कहा था कि ब्रिटेन को हमारे सबसे महत्वपूर्ण संबंधों का ध्यान रखना चाहिए. लेबर पार्टी के इस सम्मेलन को स्टर्मर के नेतृत्व के लिए पहली बड़ी परीक्षा के रूप में देखा गया है.

(पीटीआई-भाषा)

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