लंदन : ब्रिटिश संसद की 18 महिला सांसदों ने कहा है कि दिसंबर में होने वाले चुनावों में वह भाग नहीं लेंगी. इन सांसदों ने अपने साथ अमानवीय व्यवहार होने और उन्हें धमकी दिए जाने जैसे कारण जिम्मेदार बताया है.
कंजर्वेटिव पार्टी की सांसद हीदी एलन ने अपने मतदाताओं को एक विस्तृत पत्र में लिखा है, 'अगामी चुनावों वह प्रत्याशी नहीं होंगी. क्योंकि मेरी में निजता का उल्लंघन होना आम बात हो गई है.' एलन ने कहा कि किसी को भी अपने कार्यों में धमकियों, डराने वाले ईमेल, सड़क पर चिल्लाना, और अपशब्द का सामना नहीं करना चाहिए, ना ही सोशल मीडिया पर शपथ नहीं लेना चाहिए. ना ही उन्हें घर पर किसी चीज से घबराना चाहिए.
12 दिसंबर को ब्रिटेन में होने वाले आम चुनाव में कुल 50 सांसदों ने चुनाव न लड़ने का फैसला लिया है. इन 50 सांसदों में ही ये 18 महिला सांसद भी शामिल हैं.
हालांकि, प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने सितंबर में एक संसदीय बहस के दौरान हिंसा के खतरों को 'पाखण्ड' (humbug) बताते हुए इसे खारिज कर दिया था. एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अन्य सांसदों ने द्वारा इसकी भारी आलोचना की गई थी.
बता दें कि ब्रिटेन की राजकुमारी और डयूक्स ऑफ ससेक्स मेगन मर्केल ने कहा था कि ब्रिटेन में महिलाओं के लिए सार्वजनिक जीवन जीना मुश्किल है. देश की संसद में 72 महिला सांसदों ने मेगन के बयान का समर्थन किया था.
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उन्होंने पत्र में लिखा कि हम खुद सार्वजनिक जीवन में महिलाओं को अलग अलग रूप में देखेंते हैं. हम महिलाएं दुर्व्यवहार और धमकियों को आपस में साझा करती हैं. महिलाएं को अब अक्सर सार्वजनिक कार्यालयों में अपमानित करना एक साधन बना दिया गया है.