वाशिंगटन : एक शीर्ष अमेरिकी राजनयिक ने कहा कि जब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए भारत जाएंगे. तो इस दौरान दोनों नेता दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्र के बीच रिश्ते के अगले अध्याय के लिए अपना महत्वाकांक्षी दृष्टिकोण पेश करेंगे.
दक्षिण और मध्य एशिया के लिए कार्यवाहक सहायक विदेश मंत्री एलिस जी. वेल्स ने नए भारतीय राजदूत तरनजीत सिंह संधू के सम्मान में यूएस इंडिया बिजनेस काउंसिल द्वारा आयोजित स्वागत समारोह में बृहस्पतिवार को कहा, हम अमेरिका-भारत संबंध में महत्वपूर्ण मोड़ की ओर बढ़ रहे हैं.
उन्होंने कहा, जब राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी हजारों उत्साहित प्रशंसकों के सामने इस महीने मुलाकात करेंगे तो वह इस स्वाभाविक गठबंधन के अगले अध्याय के लिए अपनी महत्वाकांक्षी दृष्टिकोण को पेश करेंगे.
वेल्स ने अमेरिका के कारोबारी समुदाय को याद दिलाया कि दो दशक पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने भारत और अमेरिका को 'स्वाभाविक सहयोगी' बताया था.
वेल्स ने कहा, इस साल प्रधानमंत्री वाजपेई की ऐतिहासिक वाशिंगटन यात्रा की 20वीं वर्षगांठ है. इस यात्रा के दौरान उन्होंने 'स्वाभाविक सहयोगी' की लोकप्रिय उक्ति दी थी. पिछले दो दशकों में हमने लंबा सफर तय किया है और हम उस दूरदृष्टि को वास्तविकता में बदल रहे हैं.
उन्होंने कहा कि ट्रंप और मोदी के बीच बेहद खास संबंध है.
उन्होंने कहा, 'राष्ट्रपति ट्रम्प इस बेहद महत्वपूर्ण रिश्ते पर अपनी छाप छोड़ने के लिए भारत की यात्रा के लिए बेकरार हैं.' वहीं, संधू ने इस यात्रा को ऐतिहासिक बताया.
भारतीय राजदूत ने कहा, दस दिनों के भीतर हम अमेरिका के राष्ट्रपति की भारत की ऐतिहासिक यात्रा देखेंगे. इस यात्रा से सभी क्षेत्रों में हमारी साझेदारी मजबूत होने में मदद मिलेगी.
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उन्होंने कहा कि भारत-अमेरिका साझेदारी दोनों मुल्कों के लोगों के बीच है न केवल दोनों सरकारों के बीच.
संधू ने कहा कि अमेरिकी और भारतीय लोगों के बीच मजबूत एवं स्थायी जुड़ाव हमारे संबंध की नींव है.
उन्होंने कहा, अमेरिका के राष्ट्रपति की भारत की यात्रा के दौरान आप अमेरिका के लिए भारतीय लोगों की गर्मजोशी के साक्षी बनेंगे.