कोलंबो : श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने राजनीतिक दलों और जनता से आग्रह किया कि वह कोरोना वायरस महामारी से लड़ने के लिए सरकार के प्रयासों में सहयोग करें, जो अब तक देश में 180 लोगों को संक्रमित कर चुकी है.
एक समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, राजपक्षे ने कहा, 'पहले रोगी का पता चलने के बाद सरकार ने बच्चों और सभी नागरिकों की सुरक्षा के लिए सभी प्रयास किए और श्रीलंका पहला एशियाई देश बन गया जिसने आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष राष्ट्रपति कार्य बल बनाया और लोगों को भोजन अन्य आवश्यक समान पहुंचाए गए.'
राजपक्षे ने कहा, 'कर्फ्यू लगा हुआ है, इसलिए लाखों लोगों को आर्थिक राहत भी दी जा रही है और सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि पानी और बिजली जैसी जरूरी चीजें निर्बाध रूप से मुहैया होती रहें.'
देश में स्वास्थ्यकर्मियों की तारीफ करते हुए राजपक्षे ने कहा, 'महामारी के खिलाफ लड़ाई में डॉक्टरों, नर्सों और सभी चिकित्सा पेशेवरों ने खुद को समर्पित कर दिया है और तीनों सेनाओं ने भी अपनी बैरक छोड़कर वायरस के खिलाफ लड़ाई में खुद को समर्पित कर दिया.'
उन्होंने उम्मीद जताई कि देश इस महामारी से जल्द से जल्द बाहर आएगा और लोगों से तब तक घर में रहने का आग्रह किया.
श्रीलंका के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 186 है, जिसमें से 42 मरीज ठीक हो गए हैं और उन्हें छुट्टी दे दी गई है. अन्य 138 मरीज नामित अस्पतालों में निगरानी में हैं जबकि छह लोगों की मौत हो चुकी है. देश में 20 मार्च से देशव्यापी कर्फ्यू लागू है.