सिंगापुर : सिंगापुर में एक पॉलीटेक्निक संस्थान के चीनी मूल के एक व्याख्याता को कथित तौर पर एक भारतीय-चीनी जोड़े पर नस्ली टिप्पणी करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया. स्थानीय मीडिया में मंगलवार को यह जानकारी दी गई.
यह घटना एक वीडियो में दर्ज हो गई. एंग एन पॉलिटेक्निक संस्थान के प्रवक्ता ने बताया कि संस्थान उस वीडियो से अवगत है और चीनी मूल के व्याख्याता को निलंबित कर दिया गया है. प्रवक्ता ने कहा, हमें अफसोस है कि वह व्यक्ति हमारे स्टाफ का सदस्य है. हम इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं क्योंकि उस व्यक्ति ने जो टिप्पणियां की है वह बहुत ही आपत्तिजनक, अपमानजनक होने के साथ-साथ हमारे समुदाय के मूल्यों और हमारे स्टाफ के लिए जो आचार संहिता है उसके खिलाफ है. हम मामले की आंतरिक जांच कर रहे हैं तथा अनुशासनात्मक कार्रवाई पर भी विचार कर रहे हैं. तब तक के लिए उसे शिक्षण कार्य से निलंबित कर दिया गया है.
पुलिस भी इस मामले की जांच कर रही है. घटना का वीडियो देव प्रकाश नामक व्यक्ति ने इंटरनेट पर डाला था. इसमें लाल रंग की कमीज पहने एक व्यक्ति प्रकाश तथा उनकी महिला मित्र को कहते नजर आ रहा है कि वे 'अपनी नस्ल' के लोगों से मित्रता करें. वह व्यक्ति इस वीडियो में स्वयं को 'चीनी-सिंगापुरी' बताता है और कहता है, मुझे तुमसे कोई निजी दुश्मनी नहीं है लेकिन मेरा खयाल है कि कोई भारतीय यदि चीन की लड़की से मित्रता करता है तो यह नस्ली है.
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प्रकाश ने वीडियो ऑनलाइन साझा करते हुए कहा कि उन्हें ऐसी उम्मीद है कि अब लोग यह समझेंगे कि दूसरों को 'उनकी नस्ल और त्वचा की रंगत के कारण शर्मिंदा करवाना' ठीक नहीं है.
इस वीडियो को फेसबुक पर साझा करते हुए गृह मामले एवं कानून मंत्री के. षनमुगन ने लिखा, 'मुझे लगता था कि सिंगापुर नस्ली सहिष्णुता तथा सौहार्द्र के मामले में सही दिशा में बढ़ रहा है. लेकिन हालिया घटनाओं को देखते हुए अब इस बात को मैं उतने विश्वास से नहीं कह सकता.' उन्होंने इसे पूरी तरह से अस्वीकार्य एवं चिंताजनक बताया.