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SCO शिखर सम्मेलन में मिलेंगे शी और मोदी

पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति अगले महीने एससीओ शिखर सम्मेलन में मुलाकात करेंगे. क्या होगा इस मुलाकात में खास, जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर....

एससीओ में पीएम मोदी व शी जिनपिंग की मुलाकात होगी
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Published : Jun 9, 2019, 5:37 PM IST

Updated : Jun 9, 2019, 5:53 PM IST

बीजिंगः पीएम मोदी और चीन के प्रधानमंत्री शी जिनपिंग अगले हफ्ते बिश्केक में मुलाकात करेंगे.

चीन में मौजूद भारत के राजदूत विक्रम मिस्री ने जानकारी दी कि उनकी यह मुलाकात शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में होगी.

एक बार फिर सत्ता में आने के बाद मोदी की शी से यह पहली मुलाकात होगी.

बता दें, एससीओ शिखर सम्मेलन किर्गिस्तान के बिश्केक में 13-14 जून को होने वाला है. एससीओ चीन के नेतृत्व वाला आठ सदस्यीय आर्थिक एवं सुरक्षा ब्लॉक है.

एससीओ में भारत और पाकिस्तान साल 2017 में शामिल हुए थे.

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने रविवार को घोषणा करते हुए कहा कि शी 12 से 16 जून तक किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान की राजकीय यात्रा करेंगे. और एससीओ शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे.

चीन में भारतीय राजदूत विक्रम मिस्री ने पिछले सप्ताह कहा था कि दोनों नेता एससीओ शिखर सम्मेलन के मौके पर मिलेंगे.

मिस्री ने कहा, 'हाल के वर्षो में भारत और चीन एक बहुत ही परिपक्व और स्थायी संबंध बनाने में सक्षम हुए हैं. पिछले साल वुहान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच अनौपचारिक शिखर सम्मेलन एक मील का पत्थर था जो हमारे संबंधों को एक नए ऊंचाई पर ले जाने में मददगार रही है'

उन्होंने कहा, 'यह उल्लेखनीय है कि पिछले साल हमारे नेता कई बहुपक्षीय बैठकों में चार बार मिले. और अब फिर वे एससीओ शिखर सम्मेलन से इतर अगले सप्ताह बिश्केक में फिर से मिल रहे हैं.'

मोदी और शी के बीच 27-28 अप्रैल को हुए वुहान में हुई बैठक को द्विपक्षीय संबंधों में सुधार का श्रेय दिया जाता है, लेकिन डोकलाम में 73-दिनों के गतिरोध के चलते इसमें खटास आ गई थी.

पढ़ेंः चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग और पीएम मोदी की जल्द हो सकती है मुलाकात

बता दें डोकलाम विवाद में चीन व भारत के बीच काफी समय तक गतिरोध चला, चीनी सैनिकों ने भारतीय सीमा के पास के एक क्षेत्र पर सड़क बनाने की कोशिश की थी, जिस पर 2017 में भूटान ने भी अपना दावा किया था.

वुहान शिखर सम्मेलन के बाद दोनों देशों ने अलग-अलग क्षेत्रों में संबंधों को सुधारने प्रयास किए, जिसमें एक-दूसरे की सेनाओं के बीच संबंध भी शामिल हैं.

पिछले साल दिसंबर में प्रधानमंत्री मोदी ने अर्जेंटीना में जी-20 शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति शी से मुलाकात की थी और दोनों पड़ोसी देशों के बीच आपसी विश्वास और मित्रता बढ़ाने के मिले-जुले प्रयासों पर चर्चा भी की थी.

शी के अलावा मोदी किर्गिस्तान में 13 जून से शुरू हो रहे दो दिवसीय शिखर सम्मेलन से इतर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी मिलेंगे.

शी ने पिछले महीने लोकसभा चुनाव परिणामों की आधिकारिक घोषणा से पहले प्रधानमंत्री मोदी को चुनाव जीतने की शुभकामनाएं दी थी.

जानकारी के अनुसार, एससीओ शिखर सम्मेलन के बाद चीन के राष्ट्रपति शी ताजिकिस्तान की यात्रा करेंगे.

बीजिंगः पीएम मोदी और चीन के प्रधानमंत्री शी जिनपिंग अगले हफ्ते बिश्केक में मुलाकात करेंगे.

चीन में मौजूद भारत के राजदूत विक्रम मिस्री ने जानकारी दी कि उनकी यह मुलाकात शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में होगी.

एक बार फिर सत्ता में आने के बाद मोदी की शी से यह पहली मुलाकात होगी.

बता दें, एससीओ शिखर सम्मेलन किर्गिस्तान के बिश्केक में 13-14 जून को होने वाला है. एससीओ चीन के नेतृत्व वाला आठ सदस्यीय आर्थिक एवं सुरक्षा ब्लॉक है.

एससीओ में भारत और पाकिस्तान साल 2017 में शामिल हुए थे.

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने रविवार को घोषणा करते हुए कहा कि शी 12 से 16 जून तक किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान की राजकीय यात्रा करेंगे. और एससीओ शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे.

चीन में भारतीय राजदूत विक्रम मिस्री ने पिछले सप्ताह कहा था कि दोनों नेता एससीओ शिखर सम्मेलन के मौके पर मिलेंगे.

मिस्री ने कहा, 'हाल के वर्षो में भारत और चीन एक बहुत ही परिपक्व और स्थायी संबंध बनाने में सक्षम हुए हैं. पिछले साल वुहान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच अनौपचारिक शिखर सम्मेलन एक मील का पत्थर था जो हमारे संबंधों को एक नए ऊंचाई पर ले जाने में मददगार रही है'

उन्होंने कहा, 'यह उल्लेखनीय है कि पिछले साल हमारे नेता कई बहुपक्षीय बैठकों में चार बार मिले. और अब फिर वे एससीओ शिखर सम्मेलन से इतर अगले सप्ताह बिश्केक में फिर से मिल रहे हैं.'

मोदी और शी के बीच 27-28 अप्रैल को हुए वुहान में हुई बैठक को द्विपक्षीय संबंधों में सुधार का श्रेय दिया जाता है, लेकिन डोकलाम में 73-दिनों के गतिरोध के चलते इसमें खटास आ गई थी.

पढ़ेंः चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग और पीएम मोदी की जल्द हो सकती है मुलाकात

बता दें डोकलाम विवाद में चीन व भारत के बीच काफी समय तक गतिरोध चला, चीनी सैनिकों ने भारतीय सीमा के पास के एक क्षेत्र पर सड़क बनाने की कोशिश की थी, जिस पर 2017 में भूटान ने भी अपना दावा किया था.

वुहान शिखर सम्मेलन के बाद दोनों देशों ने अलग-अलग क्षेत्रों में संबंधों को सुधारने प्रयास किए, जिसमें एक-दूसरे की सेनाओं के बीच संबंध भी शामिल हैं.

पिछले साल दिसंबर में प्रधानमंत्री मोदी ने अर्जेंटीना में जी-20 शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति शी से मुलाकात की थी और दोनों पड़ोसी देशों के बीच आपसी विश्वास और मित्रता बढ़ाने के मिले-जुले प्रयासों पर चर्चा भी की थी.

शी के अलावा मोदी किर्गिस्तान में 13 जून से शुरू हो रहे दो दिवसीय शिखर सम्मेलन से इतर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी मिलेंगे.

शी ने पिछले महीने लोकसभा चुनाव परिणामों की आधिकारिक घोषणा से पहले प्रधानमंत्री मोदी को चुनाव जीतने की शुभकामनाएं दी थी.

जानकारी के अनुसार, एससीओ शिखर सम्मेलन के बाद चीन के राष्ट्रपति शी ताजिकिस्तान की यात्रा करेंगे.

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Last Updated : Jun 9, 2019, 5:53 PM IST
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