पेशावर : पाकिस्तान के उत्तरी-पश्चिमी शहर पेशावर के प्रसिद्ध सिख हकीम सरदार सतनाम सिंह (खालसा) के परिवार का कहना है कि पुलिस को अभी तक हत्यारों का कोई सुराग नहीं मिला है.
पुलिस ने बताया कि यूनानी दवाखाना चलाने वाले सतनाम सिंह गुरुवार को अपने क्लीनिक में थे और उसी दौरान हथियाबंद अज्ञात बदमाश उनके केबिन में घुस गए और उन पर गोलियां चलाने लगें. उस घटना में सतनाम सिंह की मौके पर मौत हो गई. वारदात को अंजाम देकर बदमाश वहां से फरार हो गए थे.
आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) की अफगानिस्तान शाखा ने सतनाम सिंह की हत्या की जिम्मेदारी ली है. सतनाम सिंह के भाई मनमोहन सिंह ने बताया कि पुलिस को अभी तक उनके भाई के हत्यारों का कोई सुराग नहीं मिला है.
उन्होंने कहा, हमारी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी और न ही हमें किसी से कोई दिक्कत थी. उन्होंने कहा, हम पांच भाई-बहन हैं और हम खैबर आदिवासी जिले खैबर के तीरा इलाके के रहने वाले हैं.
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हालांकि, पेशावर पुलिस का दावा है कि वे हत्यारों की गिरफ्तारी के बेहद करीब हैं. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दोषियों का पता लगाने के लिए वैज्ञानिक तरीके से मामले की जांच की जा रही है. पुलिस अधिकारी ने बताया है वे जल्दी ही सलाखों के पीछे होंगे.
(पीटीआई-भाषा)