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विपक्षी गठबंधन का समर्थन करने वाले ओली नीत सीपीएन-यूएमएल के 11 सांसद निष्कासित

नेपाल में जारी राजनीतिक संकट के बीच सत्तारूढ़ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी-यूनिफाइड मार्कसिस्ट लेनिनिस्ट ने प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली नीत सरकार गिराने की कोशिश में विपक्षी गठबंधन को समर्थन वाले 11 सांसदों को निष्कासित कर दिया है.

सांसद निष्कासित
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Published : May 25, 2021, 12:05 AM IST

काठमांडू : नेपाल में सत्तारूढ़ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी-यूनिफाइड मार्कसिस्ट लेनिनिस्ट (सीपीएन-यूएमएल) ने प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली नीत सरकार गिराने की कोशिश में विपक्षी गठबंधन को समर्थन देने के लिये सोमवार को अपने 11 सांसदों को निष्कासित कर दिया.

सीपीएन-यूएमएल की स्थायी समिति ने सोमवार को यहां हुई एक बैठक के दौरान पूर्व प्रधानमंत्रियों माधव कुमार नेपाल तथा झालानाथ खनल समेत सांसदों के खिलाफ कार्रवाई का निर्णय लिया.

ओली सरकार को गिराने के लिये विपक्षी दलों का साथ देने के आरोपी निष्कासित सांसद अब पार्टी के महासचिव भी नहीं रह जाएंगे.

इन सांसदों को सोमवार सुबह तक स्पष्टीकरण देने का समय दिया गया था, जिसके पूरा होने के बाद उन्हें निष्कासित कर दिया गया.

'द हिमालियन टाइम्स' की खबर के अनुसार सांसदों ने पार्टी के खिलाफ जाने और विपक्षी गठबंधन को समर्थन देने के फैसले पर समिति को स्पष्टीकरण देने से इनकार कर दिया.

प्रधानमंत्री ओली द्वारा पेश किये गए निष्कासन प्रस्ताव को सत्तारूढ़ दल में टूट की आधिकारिक शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है.

पढ़ें - नेपाल राजनीतिक संकट : 'संसद भंग' के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे विपक्षी दल

ओली ने नेपाल-खनल धड़े के 12 और नेताओं को 24 घंटे का अल्टीमेटम देकर विपक्षी गठबंधन को समर्थन देने पर स्पष्टीकरण मांगा है.

काठमांडू : नेपाल में सत्तारूढ़ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी-यूनिफाइड मार्कसिस्ट लेनिनिस्ट (सीपीएन-यूएमएल) ने प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली नीत सरकार गिराने की कोशिश में विपक्षी गठबंधन को समर्थन देने के लिये सोमवार को अपने 11 सांसदों को निष्कासित कर दिया.

सीपीएन-यूएमएल की स्थायी समिति ने सोमवार को यहां हुई एक बैठक के दौरान पूर्व प्रधानमंत्रियों माधव कुमार नेपाल तथा झालानाथ खनल समेत सांसदों के खिलाफ कार्रवाई का निर्णय लिया.

ओली सरकार को गिराने के लिये विपक्षी दलों का साथ देने के आरोपी निष्कासित सांसद अब पार्टी के महासचिव भी नहीं रह जाएंगे.

इन सांसदों को सोमवार सुबह तक स्पष्टीकरण देने का समय दिया गया था, जिसके पूरा होने के बाद उन्हें निष्कासित कर दिया गया.

'द हिमालियन टाइम्स' की खबर के अनुसार सांसदों ने पार्टी के खिलाफ जाने और विपक्षी गठबंधन को समर्थन देने के फैसले पर समिति को स्पष्टीकरण देने से इनकार कर दिया.

प्रधानमंत्री ओली द्वारा पेश किये गए निष्कासन प्रस्ताव को सत्तारूढ़ दल में टूट की आधिकारिक शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है.

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ओली ने नेपाल-खनल धड़े के 12 और नेताओं को 24 घंटे का अल्टीमेटम देकर विपक्षी गठबंधन को समर्थन देने पर स्पष्टीकरण मांगा है.

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