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थाईलैंड : लोकतंत्र के संघर्ष की प्रतीक पट्टिका को हटाया गया

थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में रविवार को हजारों प्रदर्शनकारियों ने सरकार विरोधी प्रदर्शन में भाग लिया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने लोकतंत्र के संघर्ष के सम्मान में एक पट्टिका लगाई, लेकिन अधिकारियों ने 24 घंटे के भीतर इस पट्टिका को हटा दिया.

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लोकतंत्र के संघर्ष की प्रतीक पट्टिका
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Published : Sep 21, 2020, 9:44 PM IST

बैंकॉक : थाईलैंड के राजशाही मैदान में सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों द्वारा लोकतंत्र के संघर्ष के सम्मान में पट्टिका लगाई गई थी, हालांकि 24 घंटे से कम समय के अंदर इस पट्टिका को हटा दिया गया.

थाईलैंड की पुलिस ने सोमवार को बताया कि सरकारी अधिकारियों ने इस कृत्य को अवैध करार देकर शिकायत दर्ज कराई और पट्टिका सबूत के तौर पर सौंपी गई.

राजधानी बैंकॉक के ऐतिहासिक मैदान सनम लुआंग में रविवार को हजारों प्रदर्शनकारी जमा हुए थे और यह पट्टिका लगाई गई थी. यह दो दिवसीय प्रदर्शन इस साल का सबसे बड़ा प्रदर्शन है और प्रदर्शनकारी नए चुनाव एवं राजशाही में सुधार की मांग कर रहे हैं.

समीप के थाने के एक अधिकारी ने बताया कि सरकार के ललित कला विभाग और स्थानीय प्रशासन ने शिकायत दर्ज कराई है कि प्रदर्शनकारियों ने पुरातात्विक स्थल को नष्ट किया.

यह भी पढ़ें- अमेरिका को नेपाल ने दिया धोखा, ईरान और चीन की पैसे से कर रहा मदद

पुलिस अधीक्षक वारसाक पित्सितबैकोर्न ने कहा कि वह उस क्षेत्र के लिए जिम्मेदार एजेंसियां हैं और यह पुरातात्विक स्थल के रूप में पंजीकृत एक सार्वजनिक स्थल है.

उन्होंने कहा हमने नुकसान की रिपोर्ट की है और हमें यह देखना होगा कि किन कानूनों का उल्लंघन किया गया.

बैंकॉक : थाईलैंड के राजशाही मैदान में सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों द्वारा लोकतंत्र के संघर्ष के सम्मान में पट्टिका लगाई गई थी, हालांकि 24 घंटे से कम समय के अंदर इस पट्टिका को हटा दिया गया.

थाईलैंड की पुलिस ने सोमवार को बताया कि सरकारी अधिकारियों ने इस कृत्य को अवैध करार देकर शिकायत दर्ज कराई और पट्टिका सबूत के तौर पर सौंपी गई.

राजधानी बैंकॉक के ऐतिहासिक मैदान सनम लुआंग में रविवार को हजारों प्रदर्शनकारी जमा हुए थे और यह पट्टिका लगाई गई थी. यह दो दिवसीय प्रदर्शन इस साल का सबसे बड़ा प्रदर्शन है और प्रदर्शनकारी नए चुनाव एवं राजशाही में सुधार की मांग कर रहे हैं.

समीप के थाने के एक अधिकारी ने बताया कि सरकार के ललित कला विभाग और स्थानीय प्रशासन ने शिकायत दर्ज कराई है कि प्रदर्शनकारियों ने पुरातात्विक स्थल को नष्ट किया.

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पुलिस अधीक्षक वारसाक पित्सितबैकोर्न ने कहा कि वह उस क्षेत्र के लिए जिम्मेदार एजेंसियां हैं और यह पुरातात्विक स्थल के रूप में पंजीकृत एक सार्वजनिक स्थल है.

उन्होंने कहा हमने नुकसान की रिपोर्ट की है और हमें यह देखना होगा कि किन कानूनों का उल्लंघन किया गया.

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