जिनेवा : पाकिस्तान के अल्पसंख्यक समूहों जिनमें बलूच, सिंधी, मोहजिर, पश्तून और पीओके के गिलगित के लोग शामिल हैं, ने पाकिस्तान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. यह प्रदर्शन 26/ 11 मुंबई आतंकवादी हमलों में इस्लामाबाद की भागीदारी के खिलाफ टोक्यो, जिनेवा और पेरिस सहित दुनिया के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया गया.
11 साल पहले आज ही के दिन मुंबई में पाकिस्तान से समुद्री रास्ते से शहर में आए 10 लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के आतंकवादियों ने ताबड़तोड़ गोलीबारी की, जिसमें 166 लोग मारे गए और करीब 300 लोग घायल हो गए थे .
यह हमले छत्रपति शिवाजी टर्मिनल, रेलवे स्टेशन, कामा अस्पताल, नरीमन हाउस व्यवसाय और आवासीय परिसर, लियोपोल्ड कैफे, ताज होटल और टॉवर और ओबेरॉय-ट्राइडेंट होटल में हुए थे.
प्रदर्शन कर रहीं मानवाधिकार कार्यकर्ता आरिफ आजकिया ने कहा कि हम पाकिस्तानी में आतंकवादियों की सेना होने की सूचना पूरी दुनिया को देना चाहते हैं. इसके लिए हम बई आतंकवादी हमले की 26/11 की सालगिरह के अवसर पर यहां एकत्र हुए हैं.
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पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) सभी आतंकवाद की एक मां है.