इस्लामाबाद: पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को एक पत्र लिखा है जिसमें भारत पर क्षेत्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने का आरोप लगाया गया है. विदेश मंत्रालय (एफओ) ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर यह जानकारी दी.
यह कदम ऐसे में उठाया गया है जब एक दिन पहले ही संयुक्त राष्ट्र की शक्तिशाली संस्था ने पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) का नाम लेकर जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादी संगठन द्वारा किए गए ‘जघन्य’ हमले की कड़ी निंदा की थी.
उन्होंने यह भी कहा कि भारत बिना किसी सबूत के पुलवामा हमले के लिए पाकिस्तान पर आरोप लगा रहा है. बता दें कि 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले में भारत के 40 जवान शहीद हो गए थे.
भारत का कड़ा रुख
जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के काफिले पर हुए आत्मघाती हमले के लिए जिम्मेदार पाकिस्तान के खिलाफ निर्णायक लड़ाई जीतने के लिए भारत सभी कूटनीतिक या अन्य उपायों का इस्तेमाल करेगा. वित्त मंत्री अरूण जेटली नेयह बात कही.
पाकिस्तान को ‘‘दुष्ट देश’’ करार देते हुए जेटली ने कहा कि यह हमले के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहा है, जबकि दोषियों ने स्वयं हमले की जिम्मेदारी ली है और वे इसका श्रेय ले रहे हैं.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के भाषण का हवाला देते हुए जेटली ने कहा कि ‘‘(पाक) सरकार के मुखिया कहते हैं हमें कार्रवाई करने योग्य साक्ष्य दीजिए. आपको कार्रवाई योग्य साक्ष्य की जरूरत तब पड़ती जब इस अपराध को अंजाम देने वाले की कोई जानकारी नहीं होती, लेकिन आपके अपने देश में बैठा एक व्यक्ति इस हमले की जिम्मेदारी ले रहा है .’’
क्या कहा पाकिस्तान ने
पाकिस्तानी सेना ने कहा कि उनका देश युद्ध नहीं चाहता. हालांकि, उसने भारत को चेतावनी दी कि अगर वह कोई भी आक्रामक सैन्य कदम उठाता है तो उसका ‘अप्रत्याशित’ जवाब दिया जाएगा.