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भारत का उल्लेख होने पर पाकिस्तान 'पावलोवियन' हो जाता है : भारत

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Published : Nov 17, 2020, 4:35 PM IST

पाकिस्तान की कितनी भी बेइज्जती हो जाए, वह भारत विरोध से बाज नहीं आता. संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि भारत का उल्लेख होने पर पाकिस्तान 'पावलोवियन' हो जाता है. जानें क्या होता है पावलोवियन.

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भारत-पाकिस्तान

संयुक्त राष्ट्र : भारत ने संयुक्त राष्ट्र में अप्रासंगिक और गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणी करने के लिए पाकिस्तान को फटकार लगाते हुए कहा है कि महासभा गंभीर बहस के लिए एक मंच है, न कि तुच्छ आरोप लगाने के लिए. संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में सुरक्षा परिषद की सदस्यता में समानता के प्रतिनिधित्व और वृद्धि के सवाल पर यह बात कही.

संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के राजदूत मुनीर अकरम ने अपने भाषण में नियंत्रण रेखा का संदर्भ दिया और उन्होंने भारत को सुरक्षा परिषद की सदस्यता देने का विरोध किया था. भारतीय प्रतिनिधि ने इस्लामाबाद की हर बार इसी तरह की प्रतिक्रियाओं का जिक्र करते हुए कहा कि पाकिस्तान के प्रतिनिधि द्वारा की गई अप्रासंगिक और गैरजिम्मेदाराना टिप्पणी का जवाब देने की इच्छा नहीं है. जब भी भारत का जिक्र होता है, तो पाकिस्तान 'पावलोवियन' बन जाता है. बता दें कि पावलोवियन एक तरह की आदत होती है. पशु या इंसान एक खास नाम या आवाज सुनते ही खास तरह से व्यवहार करने लगता है.

वर्तमान में, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पांच स्थाई सदस्य और 10 गैर स्थायी सदस्य देश शामिल हैं, जो संयुक्त राष्ट्र की महासभा द्वारा दो साल के लिए चुने जाते हैं. पांच स्थाई सदस्य रूस, ब्रिटेन, चीन, फ्रांस और संयुक्त राज्य अमेरिका हैं और ये देश किसी भी ठोस प्रस्ताव को वीटो कर सकते हैं. समकालीन वैश्विक वास्तविकता को प्रतिबिंबित करने के लिए स्थाई सदस्यों की संख्या बढ़ाने की मांग बढ़ रही है. भारत, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, जर्मनी और जापान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थाई सदस्यता के प्रबल दावेदार हैं, जिनके पास अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के रखरखाव की प्राथमिक जिम्मेदारी है.

संयुक्त राष्ट्र : भारत ने संयुक्त राष्ट्र में अप्रासंगिक और गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणी करने के लिए पाकिस्तान को फटकार लगाते हुए कहा है कि महासभा गंभीर बहस के लिए एक मंच है, न कि तुच्छ आरोप लगाने के लिए. संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में सुरक्षा परिषद की सदस्यता में समानता के प्रतिनिधित्व और वृद्धि के सवाल पर यह बात कही.

संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के राजदूत मुनीर अकरम ने अपने भाषण में नियंत्रण रेखा का संदर्भ दिया और उन्होंने भारत को सुरक्षा परिषद की सदस्यता देने का विरोध किया था. भारतीय प्रतिनिधि ने इस्लामाबाद की हर बार इसी तरह की प्रतिक्रियाओं का जिक्र करते हुए कहा कि पाकिस्तान के प्रतिनिधि द्वारा की गई अप्रासंगिक और गैरजिम्मेदाराना टिप्पणी का जवाब देने की इच्छा नहीं है. जब भी भारत का जिक्र होता है, तो पाकिस्तान 'पावलोवियन' बन जाता है. बता दें कि पावलोवियन एक तरह की आदत होती है. पशु या इंसान एक खास नाम या आवाज सुनते ही खास तरह से व्यवहार करने लगता है.

वर्तमान में, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पांच स्थाई सदस्य और 10 गैर स्थायी सदस्य देश शामिल हैं, जो संयुक्त राष्ट्र की महासभा द्वारा दो साल के लिए चुने जाते हैं. पांच स्थाई सदस्य रूस, ब्रिटेन, चीन, फ्रांस और संयुक्त राज्य अमेरिका हैं और ये देश किसी भी ठोस प्रस्ताव को वीटो कर सकते हैं. समकालीन वैश्विक वास्तविकता को प्रतिबिंबित करने के लिए स्थाई सदस्यों की संख्या बढ़ाने की मांग बढ़ रही है. भारत, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, जर्मनी और जापान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थाई सदस्यता के प्रबल दावेदार हैं, जिनके पास अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के रखरखाव की प्राथमिक जिम्मेदारी है.

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