इस्लामाबाद : पाकिस्तान ने भारतीय उच्चायोग के प्रभारी गौरव अहलूवालिया को तलब किया और मुस्लिम बहुसंख्यक देश में सिख समुदाय के साथ व्यवहार के 'निराधार भारतीय आरोपों' को 'कड़ाई से खारिज' कर दिया. इससे पहले नई दिल्ली में भारत सरकार ने पाकिस्तानी उच्चायोग के प्रभारी को तलब किया था.
एक दिन पहले नई दिल्ली में पाकिस्तानी दूतावास के प्रभारी सैयद हैदर शाह को तलब कर ननकाना साहिब में पवित्र गुरुद्वारा 'श्री जनम अस्थान' पर तोड़फोड़ और अपवित्र करने तथा पेशावर में अल्पसंख्यक सिख समुदाय के एक सदस्य की लक्षित हत्या को लेकर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई गई थी. इसके एक दिन बाद भारतीय राजनयिक को तलब किया गया.
विदेश कार्यालय ने कहा कि चौधरी ने 'पवित्र गुरुद्वारा ननकाना साहिब पर कथित 'हमले', 'तोड़फोड़' और 'अपवित्र करने' तथा पेशावर में एक पाकिस्तानी सिख युवक की 'लक्षित हत्या' के भारत सरकार के जानबूझकर एवं शरारतपूर्ण आरोपों को कड़ाई से खारिज कर दिया.'
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इसने दावा किया कि आरोप कश्मीर से 'ध्यान भटकाने के भारत के प्रयास' का हिस्सा है.
विदेश कार्यालय ने कहा, 'सिख समुदाय को लेकर भारत की निराधार एवं झूठी चिंताओं को पाकिस्तान ने कड़ाई से खारिज किया.'
चौधरी ने कहा कि पाकिस्तान का संविधान अपने सभी नागरिकों को समान अधिकार की गारंटी देता है और सरकार बिना भेदभाव के अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है.