इस्लामाबाद : पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय ने सरकार को कोविड-19 से उत्पन्न हालात को गंभीरता से लेने के लिए कहा है. इसके साथ ही न्यायालय ने इस महामारी की रोकथाम के लिए राष्ट्रीय कानून बनाने का निर्देश दिया है. उच्चतम न्यायालय के दो न्यायाधीशों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद अदालत ने यह हिदायत दी है.
पाकिस्तान में 1,08,315 से अधिक लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं, जिनमें से 2,170 लोगों की मौत हो चुकी है. सोमवार को देश में रिकॉर्ड 105 लोगों की मौत हुई.
प्रधान न्यायाधीश गुलजार अहमद ने कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर स्वत: संज्ञान लेने वाली पीठ की अगुवाई करते हुए कहा, 'दो न्यायाधीशों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद हम अदालत में भी इस महामारी की आंच को महसूस कर रहे हैं.'
अहमद ने कहा, 'हम पूरे देश में लागू होने वाला राष्ट्रीय स्तर का कानून बनाने पर जोर दे रहे हैं, इसके बावजूद कोई कानून नहीं बनाया जा रहा.'
पढ़ें-कासिम सुलेमानी की जासूसी करने के आरोपी को मौत की सजा देगा ईरान
उन्होंने कहा कि संघीय सरकार को इस मामले को गंभीरता से लेते हुए राष्ट्रीय स्तर का कानून बनाना चाहिए.
स्थानीय समाचार पत्र की खबर के अनुसार अदालत ने कहा कि कोविड-19 राष्ट्रीय स्तर की समस्या है और उससे राष्ट्रीय स्तर पर ही निपटना चाहिए.