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उत्तर कोरिया कर सकता है समुद्र के अंदर से मिसाइल का परीक्षण

उत्तर कोरिया करीब एक साल के अंदर अपना पहला समुद्र के अंदर से बैलेस्टिक मिसाइल का जल्द परीक्षण कर सकता है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.

मिसाइल का परीक्षण
मिसाइल का परीक्षण
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Published : Sep 16, 2020, 9:47 PM IST

सियोल : अमेरिका के साथ लंबे समय से अटकी परमाणु वार्ता के बीच उत्तर कोरिया करीब एक साल के अंदर अपना पहला समुद्र के अंदर से बैलेस्टिक मिसाइल का जल्द परीक्षण कर सकता है. दक्षिण कोरिया के एक शीर्ष सैन्य अधिकारी ने यह जानकारी दी.

दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के लिए नामित वोन इन-चोउल ने अपनी नियुक्ति संबंधी सत्यापन सुनवाई से पूर्व सांसदों को दिये अपने लिखित वक्तव्य में कहा कि उत्तर कोरिया उत्तरपूर्वी शिंपो शिपयार्ड को हाल के तूफान से पहुंचे नुकसान की मरम्मत में जुटा है जहां वह पनडुब्बियां बनाता है.

यह भी पढ़ें- ट्रंप ने किम और अमेरिकी रहस्यमयी हथियार के खोले राज

वोन ने कहा कि मरम्मत पूरा हो जाने पर ऐसी संभावना है कि वह पनडुब्बी से प्रक्षेपित बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण केरगा. उन्होंने कहा कि दक्षिण कोरिया की सेना वहां के घटनाक्रम पर नजर बनाई हुई है.

कांग दे-सिक नाम के सांसद ने वक्तव्य की प्रति उपलब्ध कराई.

हाल के वर्षों में उत्तर कोरिया पनडुब्बियों से मिसाइल दागने की क्षमता हासिल करने में जी-तोड़ कोशिश में जुटा है. विशेषज्ञों का कहना है कि यह चिंताजनक है क्योंकि ऐसे हथियारों को दागे जाने से पहले पता नहीं चल पाता है.

सियोल : अमेरिका के साथ लंबे समय से अटकी परमाणु वार्ता के बीच उत्तर कोरिया करीब एक साल के अंदर अपना पहला समुद्र के अंदर से बैलेस्टिक मिसाइल का जल्द परीक्षण कर सकता है. दक्षिण कोरिया के एक शीर्ष सैन्य अधिकारी ने यह जानकारी दी.

दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के लिए नामित वोन इन-चोउल ने अपनी नियुक्ति संबंधी सत्यापन सुनवाई से पूर्व सांसदों को दिये अपने लिखित वक्तव्य में कहा कि उत्तर कोरिया उत्तरपूर्वी शिंपो शिपयार्ड को हाल के तूफान से पहुंचे नुकसान की मरम्मत में जुटा है जहां वह पनडुब्बियां बनाता है.

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वोन ने कहा कि मरम्मत पूरा हो जाने पर ऐसी संभावना है कि वह पनडुब्बी से प्रक्षेपित बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण केरगा. उन्होंने कहा कि दक्षिण कोरिया की सेना वहां के घटनाक्रम पर नजर बनाई हुई है.

कांग दे-सिक नाम के सांसद ने वक्तव्य की प्रति उपलब्ध कराई.

हाल के वर्षों में उत्तर कोरिया पनडुब्बियों से मिसाइल दागने की क्षमता हासिल करने में जी-तोड़ कोशिश में जुटा है. विशेषज्ञों का कहना है कि यह चिंताजनक है क्योंकि ऐसे हथियारों को दागे जाने से पहले पता नहीं चल पाता है.

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