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26 मई से शुरू होगा नेपाल के दूसरे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का संचालन - नेपाल के पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन मंत्री प्रेम आले

जीबीआईए पर विमान सेवा शुरू होने के बाद आपात स्थिति में विमान उतारने के लिए, उड़ानों को भारत की ओर या काठमांडू हवाई अड्डे की ओर नहीं जाना पड़ेगा. थाईलैंड के 'एरोनॉटिकल रेडियो' (एयरोथाई) की एक विशेषज्ञ टीम यांत्रिक परीक्षण उड़ान की तैयारी के लिए नेपाल पहुंच गई है.

26 मई से शुरू होगा हवाई अड्डे का संचालन
26 मई से शुरू होगा हवाई अड्डे का संचालन
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Published : Jan 31, 2022, 12:14 PM IST

काठमांडू: नेपाल के दूसरे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का संचालन मई में शुरू हो जाएगा. नेपाल के पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन मंत्री प्रेम आले ने भैरहवा में निर्माणाधीन हवाई अड्डे का निरीक्षण करते हुए बताया कि 26 मई से गौतम बुद्ध अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (जीबीआईए) पर सभी अंतरराष्ट्रीय विमान उड़ान भर सकेंगे और उतर सकेंगे. नेपाल के हवाई क्षेत्र से गुजरने वाले विमान में अगर कोई तकनीकी दिक्कत आती है, तो आपात स्थिति में हवाई जहाज को उतारने के लिए उसे काठमांडू की ओर नहीं ले जाना होगा. अभी, आपात स्थिति में विमान उतारने के लिए उसे त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (टीआईए) लौटना पड़ता है.

जीबीआईए पर विमान सेवा शुरू होने के बाद आपात स्थिति में विमान उतारने के लिए, उड़ानों को भारत की ओर या काठमांडू हवाई अड्डे की ओर नहीं जाना पड़ेगा. थाईलैंड के 'एरोनॉटिकल रेडियो' (एयरोथाई) की एक विशेषज्ञ टीम यांत्रिक परीक्षण उड़ान की तैयारी के लिए नेपाल पहुंच गई है. वह यह सत्यापित करेगी कि नया हवाई अड्डा तकनीकी रूप से ठीक है या नहीं. अधिकारियों ने बताया कि तकनीकी परीक्षण संबंधी सभी काम एक महीने के अंदर पूरा किया जाएगा.

पढ़ें: भारत की सीमा से लगे नेपाल के प्रांत 2 का नाम बदलकर किया गया ‘मधेस प्रदेश’

मामले की जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने कहा, बुद्ध जयंती के अवसर पर हवाई अड्डे का संचालन शुरू करने के लिए एयरोथाई विशेषज्ञों की एक टीम काम कर रही है.

पीटीआई-भाषा

काठमांडू: नेपाल के दूसरे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का संचालन मई में शुरू हो जाएगा. नेपाल के पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन मंत्री प्रेम आले ने भैरहवा में निर्माणाधीन हवाई अड्डे का निरीक्षण करते हुए बताया कि 26 मई से गौतम बुद्ध अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (जीबीआईए) पर सभी अंतरराष्ट्रीय विमान उड़ान भर सकेंगे और उतर सकेंगे. नेपाल के हवाई क्षेत्र से गुजरने वाले विमान में अगर कोई तकनीकी दिक्कत आती है, तो आपात स्थिति में हवाई जहाज को उतारने के लिए उसे काठमांडू की ओर नहीं ले जाना होगा. अभी, आपात स्थिति में विमान उतारने के लिए उसे त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (टीआईए) लौटना पड़ता है.

जीबीआईए पर विमान सेवा शुरू होने के बाद आपात स्थिति में विमान उतारने के लिए, उड़ानों को भारत की ओर या काठमांडू हवाई अड्डे की ओर नहीं जाना पड़ेगा. थाईलैंड के 'एरोनॉटिकल रेडियो' (एयरोथाई) की एक विशेषज्ञ टीम यांत्रिक परीक्षण उड़ान की तैयारी के लिए नेपाल पहुंच गई है. वह यह सत्यापित करेगी कि नया हवाई अड्डा तकनीकी रूप से ठीक है या नहीं. अधिकारियों ने बताया कि तकनीकी परीक्षण संबंधी सभी काम एक महीने के अंदर पूरा किया जाएगा.

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मामले की जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने कहा, बुद्ध जयंती के अवसर पर हवाई अड्डे का संचालन शुरू करने के लिए एयरोथाई विशेषज्ञों की एक टीम काम कर रही है.

पीटीआई-भाषा

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